होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़)। योग्य नेतृत्व व सही रणनीति के चलते कोरोना पर नकेल कसने में कामयाब हो रहे हैं गढ़शंकर के एस.डी.एम. हरबंस सिंह। इन्होंने ऐेसी प्रगतिशील कोशिशें की कि होशियारपुर जिले का हॉटस्पाट बना गढ़शंकर अब ग्रीन जोन बनने की ओर बढ़ रहा है। यही बस नहीं जहां कई स्थानों पर कोरोना मृतक के संस्कार के दौरान समस्याएं सामने आई, वहीं एस.डी.एम. ने सामाजिक समरसता को बरकरार रखते हुए परिवार को साथ लेकर कोरोना मृतक हरभजन सिंह का संस्कार सही तरीके से करवाया, जो अपने आप में एक मिसाली कदम है।
डिप्टी कमिश्नर अपनीत रियात ने प्रशंसा करते हुए कहा कि एस.डी.एम. हरबंस सिंह की प्रगतिशील भूमिका के चलते जिला ग्रीन जोन की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि अब तक जिले में 6 कोरोना पाजीटिव केस सामने आए हैं और यह सभी सब-डिवीजन गढ़शंकर के ही हैं। उन्होंने कहा कि गांव मोरांवाली के पहले पाजीटिव हरभजन सिंह की अमृतसर में मौत हो चुकी है, जबकि उनकी पत्नी, बेटा, बहू सिविल अस्पताल होशियारपुर से पूरी तरह ठीक हो चुके हैं व एक पड़ोसी सिविल अस्पताल में दाखिल है। उक्त के अलावा सब-डिवीजन गढ़शंकर के ही गांव पैंसरा के एक कोरोना पाजीटिव हरजिंदर सिंह भी पूरी तरह ठीक हो चुके हैं।
अपनीत रियात ने बताया कि जब गांव मोरांवाली के हरभजन सिंह की अमृतसर में मौत हुई, तब एस.डी.एम. हरबंस सिंह ने प्रगतिशील भूमिका निभाते हुए तुरंत परिवार के साथ जहां दुख प्रकट किया वहीं बड़ी गहराई से मृतक देह संबंधी शंकाएं दूर करने के लिए बातचीत भी की, जिसके चलते सही तरीके से बिना किसी समस्या अंतिम रस्में निभाई जा सकीं। उन्होंने कारगुजारी का जिक्र करते हुए कहा कि पहला पाजीटिव केस सामने आते ही एस.डी.एम. की ओर से पुलिस व स्वास्थ्य विभाग से तालमेल पैदा कर तुरंत मोरांवाली व नजदीकी 5 गांवों को सील कर दिया गया। इसके अलावा हरभजन सिंह के संपर्क में आने वाले व्यक्तियों को ट्रेस करने के लिए टैस्ट लेने शुरु कर दिए गए। उन्होंने कहा कि एस.डी.एम. के नेतृत्व में जहां स्वास्थ्य विभाग की ओर से डोर टू डोर सर्वे यकीनी बनाया गया, वहीं अब मौजूदा तौर पर पुलिस के साथ रोजाना फ्लैग मार्च किया जा रहा है। इसके अलावा हरबंस सिंह की ओर से लगातार मंडियों की चैकिंग भी की जा रही है, ताकि किसानों को किसी भी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े।
एस.डी.एम. हरबंस सिंह ने बताया कि जब गांव मोरांवाली में पहला कोरोना पाजीटिव केस सामने आया था, तो उसके आगे बड़ी चुनौती थी, परंतु डिप्टी कमिश्नर अपनीत रियात के योग्य नेतृत्व ने सब कुछ आसान कर दिया। उन्होंने कहा कि पहला केस सामने आने पर 5 गांवों को सील करने के अलावा मरीज के संपर्क में आने वाले व्यक्ति को होम क्वारंटाइन किया गया व होम क्वारंटाइन किए व्यक्तियों को घरों में ही रखना बड़ी जिम्मेदारी थी, जिसके लिए एस.एम.ओ. डा. रघबीर सिंह के साथ मिलकर रणनीति तैयार की गई, जिसके चलते आज यह दौर आ गया है कि गढ़शंकर ग्रीन जोन की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि हरभजन सिंह की मौत हो जाने पर प्रोटोकाल के अनुसार सही तरीके से अंतिम संस्कार की रस्में निभाई गई व संस्कार के दौरान गांव मोरांवाली के पटवारी जागीर सिंह ने भी अहम भूमिका निभाई, जिसका डिप्टी कमिश्नर अपनीत रियात ने प्रशंसा पत्र सौंप कर हौंसला भी बढ़ाया है।