अपनी नाकामियां छुपाने के लिए सीएम पंजाब ने पीएम मोदी को लॉकडाउन से बाहर निकलने की रणनीति बताने हेतु लिखा पत्र: तीक्ष्ण सूद

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। एक तरफ सभी 140 करोड़ देशवासी संकल्प लेकर कोरोना से लड़ाई लड़ रहे हैं दूसरी तरफ कांग्रेसी सवांग तो इस लड़ाई में एकजुटता का भर रहे है परंतु कांग्रेसजनों की करणी कथनी से बिल्कुल उलट है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन के तीनों कालों में फैसला लेने से पूर्व मुख्यमंत्रियों से मशवरा किया। परंतु कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हमेशा ही केंद्र का निर्णय आने से पहले ही पंजाब में अपना अलग निर्णय लेकर लोगों को गुमराह करके उन्हें संदेश देने की कोशिश की कि वह कोरोना मामले को ज्यादा गंभीरता से ले रहे हैं। अब इन हालातों में जबकि 17-05-2020 को लॉकडाउन का तीसरा चरण खत्म होना है, उसके लिए पूरे देश में चर्चा चलनी है, कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री को लॉकडाउन से बाहर निकलने की रणनीति पूछ कर इसे बेबजह राजनितिक रंगत देने की कोशिश की।

Advertisements

उपरोक्त बयान भाजपा नेताओं पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद, जिला अध्यक्ष विजय पठानिया, जिला महामंत्री विनोद परमार, निपुण शर्मा, पूर्व मेयर शिव सूद, सुरेश भाटिया, कृष्ण अरोड़ा, रमेश ठाकुर, अशोक कुमार, अमरजीत लाडी, अश्वनी गैंद व रंजीत राणा ने प्रेस नोट जारी करते हुए कहा कि पंजाब सरकार ने कोरोना संकट शुरू होते ही बिना अपने खजाने से पैसा खर्च किये केंद्र से विशेष पैकेज मांगना शुरू करके बता दिया है कि पंजाब सरकार के हाथ खड़े हैं तथा वह किसी भी विषम परिस्थिति से निपटने में असमर्थ हैं। भाजपा नेताओं ने कहा है कि कोरोना संकट पूरे देश के लिए एक जैसा महत्त्व रखता है तथा इसमें केंद्रों के साथ-साथ राज्य सरकारों का भी कर्तव्य है कि वह इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए तथा अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए ठोस कदम उठाएं।

पूर्व मंत्री तीक्ष्ण सूद ने कहा कि पंजाब के किसानों विधवाओं, विकलांगों, मजदूरों आदि को सीधे उनके खाते खातों में 21 हजार करोड़ से अधिक राशि के अतरिक्त 3 महीने के लिए मुफ्त राशन व गैस सिलेंडर भेज दिए हैं। 3535 करोड़ रुपए जीएसटी तथा केंद्रीय टैक्स का हिस्सा भी भेज दिया है। पर हालत यह है कि केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के ट्वीट के अनुसार 1 करोड़ 42 लाख लोगों के लिए भेजे गए 70725 टन अनाज में से मात्र 1.38 लाख जानी 688 टन ही लाभार्थियों में वितरित किया गया है। इसी तरह स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भेजा गया पैसा भी खर्च नहीं किया गया। मजदूरों का पलायन रोकने में भी पंजाब सरकार पूरी तरह असफल हुई है परंतु जरूरत की वस्तुओं को गरीबों तक न पहुंचाकर शराब को घर-घर पहुंचाने के मामले में भी सरकार की भारी किरकिरी हुई है। भाजपा नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री से रणनीति पूछने से पहले मुख्यमंत्री यह बताएं कि पंजाब सरकार ने कोरोना वायरस के बचाव के लिए क्या खर्च किया तथा केंद्र से आई राहत में से क्या कुछ आवंटित किया जा चुका है व पंजाब के बारे में उनकी क्या रणनीति है।

भाजपा नेताओं ने आगे कहा कि अन्य राज्यों की तर्ज पर पंजाब सरकार को भी उद्योगों को चलाने के लिए तथा कृषि को सुचारू ढंग से चलाने के लिए मजदूरों का पलायन रोकना चाहिए तथा हर एक सेक्टर को विशेष पैकेज देने की घोषणा के साथ-साथ मध्यवर्गीय लोगों के लिए बिजली, वाटर सप्लाई, सीवरेज के बिल, सरकारी दुकानों आदि का किराया व व्यवसायिक टैक्स माफ करने चाहिए।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here