टांडा उड़मुड़ (द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: रिषीपाल। कोरोना वायरस के कारण पैदा हुए हालातों में तबाह हो रही आर्थिकता को दोबारा पटरी पर लाने के लिए सरकार जहां छूट के साथ अलग-अलग वर्गों की सहायता के लिए प्रयास कर रही है। वहीं, बड़ा नुक्सान झेल रहे आई.ई.एल.टी.एस.,कंप्यूटर इत्यादि संस्थाओं के मालिकों ने भी नियमों तथा शर्तों के तहत इन संस्थाओं को खोलने की मांग की है। इस संबंधी मांग करते हुए टांडा की अलग-अलग संस्थाओं के मुखी तजिंदर सिंह ढिल्लों, हरदीप सिंह, कुलजीत कौर, सरजू दूबे इत्यादि ने पिछले 2 माह से देश कोरोना वायरस की महामारी से लड़ रहा है।
सरकार की ओर से जनहित में जारी करफ्यू तथा लॉकडाऊन में अब जब अलग-अलग वर्गों को छूट तथा सहायता दी जा रही है, वहीं आइलेट्स तथा कंप्यूटर सेंटरों इत्यादि शिक्षण संस्थानों को बंद रखे जाने के निर्देशों के कारण इस रोजगार से जुड़े अनेकों लोगों के हालात बदतर होते जा रहे हैं तथा सैंटर बंद होने के कारण उनका भारी नुक्सान हो रहा है। उन्होंने बताया कि बंद पड़े उनके सेंटरों का किराया, बिजली, पानी, इंटरनेट के बिल, स्टाफ का वेतन तथा अन्य खर्चे उन्हें दीवालिया बना देंगे। उन्होंने कहा कि बहुत सारे लोगों का रोजगार इन सेंटरों के साथ जुड़ा हुआ है जो बेरोजगार हो जाएंगे। उन्होंने सरकार तथा जिला प्रसाशन से मांग की कि उनका रोजगार बचाने के लिए कोविड-19 की रोकथाम के लिए जारी किए गए दिशानिर्देशों तथा हिदायतों मुताबिक उनकी शिक्षा संस्थाओं को पाबंद करके उनके सेंटरों को खोलने की इजाजत दी जाए।