होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़)। पी.सी.ए. पंजाब ने स्वास्थय एवं परिवार कल्याण मंत्री स. बलवीर सिंह सिद्धू से ड्रग पालिसी 1919-20 में शोध करने के सम्बन्ध में मांग की। पंजाब कैमिस्ट ऐसोसिएशन ने निवेदन किया कि हम पंजाब के 24,500 कैमिस्ट राज्य में मैडिकल नशे को पूरी तरह समाप्त करने में सरकार के साथ है। पीसीए पंजाब के प्रवक्ता रमण कपूर ने के अनुसार इस आवेदन पत्र द्वारा पीसीए के प्रधान सुरिन्द्र दुग्गल, राज्य महासचिव जीएस चावला ने इस निवेदन पत्र द्वारा पंजाब कैमिस्ट ऐसोसिएशन पंजाब सरकार द्वारा लागू की गई नई ड्रग पालिसी 1919-20 के सम्बन्ध में पेश आ रही कठिनाईयों की ओर आपका ध्यान दिलाना चाहते हैं।
इस सम्बंधी प्रवक्ता ने बताया कि इस सम्बन्ध में आपके साथ 18 नवम्बर 2019 को चण्डीगढ़ में मीटिंग हुई थी। जिससे कई नीतियों पर सहमति बनी थी। पर 8 महीने गुजऱ जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नही की गई और न ही इस सम्बन्ध में कुछ बताया गया। इसके इलावा जिन मुश्किलों पर आजकल एक वीडियों जो लुधियाना से वायरल हो रहा है उसके बारे में भी पी0सी0ए0 स्पष्टीकरण चाहता है ताकि जो इल्ज़ाम कैमिस्टों पर लगाये जा रहे है उनको स्पष्ट किया जा सके। पी0सी0ए0 के प्रधान द्वारा मांग की कि नई तथा ट्रांसफर नीति स्पष्ट की जाये जिस कारण आज पंजाब 24,500 कैमिस्टों को चोर कहा जा रहा है।
अगर केन्द्र सरकार तथा पंजाब सरकार ने अपने स्टोर जनऔषधि, अमृत फार्मेसी, दवाखाना अस्पतालों के अन्दर खुले हैं जो कि पूरी तरह जनरिक दवाईयां बेचते हैं तो फिर इस तरह के मोदी खाने जो सोसायटी में नफरत पैदा करते है तथा व्यवसाय को बदनाम करते हैं, क्यों खोले जा रहे हैं। ड्रग एण्ड कास्मैटिक एक्ट 1940 के अधीन या कोई और एक्ट हम कैमिस्ट डाक्टर की पर्ची सबसीट्यूट कर सकते हैं, जोकि क्लेम करके सोसायटी में शक पाया जा रहा है। कैमिस्टों के साथ-साथ पंजाब सरकार को किसी साजिश के तहत बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।
उन्होंने कहा कि यह भी स्पष्ट किया जाये कि जो व्यक्ति न ही प्रोपराईटर, न पार्टनर न ही कम्पीटेंट व्यक्ति हो, क्या वो दुकान चला सकता है, एक, दो या तीन नामों पर कोई एक दुकान पर बोर्ड लगा सकता है? हमारी संस्था एआईओसीडी तथा पीसीए पहले ही केन्द्र सरकार को तथा पंजाब सरकार को पत्र लिख जानकारी दे चुकी है कि दवाईयों के जनरिक के रेट फिक्स किये जायें।