कारदारों, पुजारियों एवं बजंतरियों को मिले उचित नजराना

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-देव सदन में बैठक कर सरकार से की मांग-
रजनीश शर्मा, (कुल्लू): विश्व हिन्दू परिषद ने कुल्लू के एतिहासिक देवसदन में बैठक की। जिसकी अध्यक्षता मनोज कुमार प्रदेश संगठन महामंत्री ने की। यह बैठक हिमाचल प्रदेश गुर, पुजारी कारदार संरक्षण महासंघ के वैनर तले की गई। इस बैठक का मुख्य केंद्र हिमाचल प्रदेश के कारदारों, पुजारियों एवं बजंतरियों को आ रही परेशानियों के निवारण संबंधी रहा। बैठक में जिला कुल्लू के साथ-साथ जिला मंडी और सुंदरनगर के देवता कारदार पुजारी एवं बजंतरियों ने भाग लिया। विश्व हिन्दु परिषद के प्रदेश महामंत्री मनोज कुमार ने बैठक को संबंधित करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश के कारदारों, पुजारियों तथा बजंतरियों को कई तरह की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। जिला प्रशासन एवं सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है। बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दो पर चर्चा की गई। बैठक को संबोधित करते हुए मनोज कुमार ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में देवी देवताओं के मंदिरों से करोड़ो रूपये चड़ावे के रूप में चड़ते हैं। यह पैसा मंदिरों, कारदारों, पुजारियों एवं बजंतरियों के उत्थान के लिए प्रयोग में लाया जाना चाहिए जो कि नहीं हो रहा है। उन्होंने जिला प्रशासन एवं मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश से मांग की कि कारदारों, पुजारी एवं बजंतरियों का मासिक मानदेय, 30 प्रतिशत नजराना दिया जाए तथा देवताओं के स्थानों को देवताओं के नाम से रजिस्टर होना चाहिए और हिमाचल प्रदेश में विभिन्न त्योहारों पर्वों एवं मेलों में जहां भी बजंतरी जाते हैं उन बजंतरियों को 25 हजार रूपये से 30 हजार रूपये तक नजराना मिलना चाहिए। उन्होंने प्रदेश के मंदिरों में बढ़ती चोरियों पर गहरा दुख प्रकट करते हुए जिला प्रशासन एवं मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश से मांग की है कि प्रदेश के सभी मंदिरों में सी.सी.टी.वी. कैमरा एवं सायरन का प्रबन्ध होना चाहिए ताकि प्रदेश के मंदिरों में बढ़ रही चोरियों को रोका जा सके। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग की है कि प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर देव सदन का निर्माण अति शीघ्र शुरू होना चाहिए तथा देवी देवताओं के स्थानों को पर्यटन की दृष्टि से भी विकसित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में भी पाश्चात्य संस्कृति बढ़ती जा रही है तथा युवा अपनी प्राचीन संस्कृति को भूलते जा रहे है। प्राचीन संस्कृति को संजोए रखने के लिए इस ओर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कहा कि तीन सालों में एक बार हिमाचल प्रदेश के सभी देवताओं को महा देव मिलन करवाये जाने की अनुमति प्रदान की जाए, जिससे देश-विदेश में हिमाचल संस्कृति से रूबरू होने का अवसर मिलेगा तथा साथ ही पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। जिससे हिमाचल प्रदेश आर्थिक रूप से भी सुदृढ़ होगा। बैठक में विभिन्न स्थानों से आए देवता कारदारों, पुजारियों एवं बजंतरियों ने भी अपनी अपनी समस्यों से अवगत करवाया।
बैठक में इन्होंने भरी हाजिरी
इस मौके पर हिमाचल प्रदेश गुर, पुजारी, कारदार संरक्षण महासंघ के संगठन महामंत्री राहुल सोलंकी, महासंघ के अध्यक्ष नरोत्तम नेगी, दुर्गावाहिनी संयोजिका रजनी ठकुराल, लाहौल स्पिति विश्व हिन्दु परिषद के अध्यक्ष प्रेम लाल, महामंत्री सतीश ठाकुर, लाहौल बजरंग दल के संयोजक किशन ठाकुर, विकास खंड निरमंड के कारदार प्रधान, देवेन्द्र सिंह, आनी खंड के प्रधान शेर सिंह, बंजार खंड के प्रधान संगत राम, कुल्लू खंड के प्रधान बेलू राम ठाकुर, किशन देव, नग्गर खंड के प्रधान युवराज, सुकेत सर्वदेवी कारदार संघ के प्रधान अभिषेक सोनी, मंडी कारदार के प्रधान देव राधेकृष्ण, देवभूमि वाद्ययंत्र कल्याण संघ के अध्यक्ष मेहर सिंह, महासचिव प्रेम चंद सोनी के अतिरिक्त हरदीप, ओम प्रकाश, अभिषेक कात्यायन, धर्मपाल ठाकुर इत्यादि उपस्थित रहे।

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