कोविड-19 से जंग जीतने के लिए लोग अफवाहों से दूर रहकर स्वास्थ्य विभाग का बढ़ाएं मनोबल: जिलाधीश

होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़)। जिलाधीश अपनीत रियात ने कहा कि कोविड-19 की इस जंग में लोगों को स्वस्थ रखने में सबसे बड़ी भूमिका स्वास्थ्य विभाग की है, इस लिए हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम स्वास्थ्य विभाग को सहयोग करते हुए उनका मनोबल बढ़ाएं न कि गलत लोगों की ओर से फैलाई जा रही अफवाहों पर विश्वास करें। वे बुधवार सांय जिला लोक संपर्क कार्यालय होशियारपुर के फेसबुक पेज पर लाइव के दौरान जिला वासियों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने जिला वासियों को अपील करते हुए कहा कि वे कोरोना से घबराएं न बल्कि सावधानियां अपनाकर डटकर इसका सामना करें और किसी भी तरह के संभावित लक्षण आने पर कोविड-19 संबंधी अपना टैस्ट जरुर करवाएं। जिलाधीश ने जिला वासियों को कोविड-19 संबंधी मौजूदा स्थिति के बारे में अवगत करवाते हुए बताया कि लोगों की सुरक्षा को देखते हुए सरकार के निर्देशों पर जिले में बनाए गए पांच माइक्रो कंटेनमेंट जोनों में रेगुलर सैंपलिंग व टैस्टिंग करवाई जा रही है जबकि जिले में कोई भी कंटेनमेंट जोन नहीं है।

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उन्होंने कहा कि जिले में कोविड के लिए लैवल-2 के 217 बैड व लैवल-3 के लिए प्राइवेट अस्पतालों की मदद से 13 आई.सी.यू. बैड तैयार किए गए हैं। उन्होंने कहा कि जिले की आई.एम.ए. की ओर से कोविड के लिए समर्पित बहुत ही जल्द सैंट जोसेफ अस्पताल को तैयार कर लिया जाएगा, जहां सिर्फ कोविड मरीजों का इलाज होगा। अपनीत रियात ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से गैर जिम्मेदार लोगों की ओर से सोशल मीडिया पर टैस्टिंग करने जा रही स्वास्थ्य टीमों के खिलाफ गलत अफवाहें फैलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि यहां तक अफवाह फैला दी गई है कि अस्पतालों में कोविड-19 का इलाज करवाने जा रहे लोगों के अंग निकाले जा रहे हैं, जो कि बहुत ही दुर्भाज्यपूर्ण बात है। उन्होंने कहा कि हम उन स्वास्थ्य टीमों पर आरोप लगा रहे हैं जो कि कोविड-19 की मुश्किल घड़ी में दिन रात लोगों की सेवा के लिए उनके साथ खड़ी हैं, और पिछले 6 महीने से बिना रुके ,बिना छुट्टी किए लोगों का उपचार कर रही हैं। हमने ऐसा दौर भी देखा है कि कोराना वायरस से हुई मौत के बाद कई परिवार अपने परिजनों के अंतिम संस्कार तक के लिए आगे नहीं आए। वहां प्रशासन, पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने ही आगे आकर अंतिम संस्कार की रस्म निभाई थी। उन्होंने कहा कि अपनी व अपने परिजनों की जान की परवाह न करते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीमें आपको स्वस्थ रखने के लिए टैस्ंिटग करने जाती हैं तो इसका विरोध करने से उनका मनोबल टूटता है, जो कि किसी भी लिहाज से समाज के लिए अच्छा नहीं है।

जिलाधीश ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग लोगों के भले के लिए टैस्टिंग कर रहा है और जितनी जल्दी हम कोविड मरीज की पहचान कर पाएंगे, उतनी ही जल्द उसका इलाज हो पाएगा। अगर इसमें देरी हो गई तो इलाज करना भी मुश्किल हो जाता है। इस लिए अगर किसी में बुखार, गला खराब या खांसी के लक्षण आते हैं तो वह खुद आगे आकर अपना कोरोना टैस्ट करवाएं व अपनी व अपने परिवार के स्वास्थ्य को संभालें। उन्होंने कहा कि यह भी देखने में आया है कि कोरोना पाजीटिव मरीज अस्पताल या कोविड केयर सैंटर में जाने से डरते हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से कम लक्षण वाले पाजीटिव मरीजों को होम आईसोलेशन की सुविधा दी गई है, जिनके घर में परिवार से अलग मरीज को रखने की सुविधा है, उनको घरों में भी एकांतवास किया जाता है, जहां उनको किट मुहैया करवाई जा रही है, जिनमें पल्स आक्सीमीटर, थर्मामीटर, जिंक व विटामिन-सी की गोलियां शामिल है।

इन मरीजों को हैल्थ टीम की ओर से बताया जाता है कि रोजाना कैसे अपने स्वास्थ्य की निगरानी करनी है और कौन-कौन से पैरामीटर चैक करने है और लक्षण आने पर किस नंबर पर संपर्क करना है। अपनीत रियात ने कहा कि लोग अपने इलाकों में आने वाली स्वास्थ्य टीम को सहयोग करें व जिस व्यक्ति में कोरोना के लक्षण दिखे उसे टैस्ंिटग के लिए उत्साहित करें। उन्होंने एन.जी.ओज व सरपंचों से अपील करते हुए कहा कि वे भी अपने-अपने क्षेत्रों में अपने सदस्यों व पंचों के माध्यम से लोगों को कोविड-19 के प्रति जागरुक करें व अफवाहों से बचने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से जिन व्यक्तियों ने कोविड-19 को लेकर गलत अफवाहें फैलाई हैं, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है और अगर आने वाले समय में भी किसी ने अफवाह फैलाई तो उसके खिलाफ भी सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिले में व्यापक स्तर पर कांटेक्ट ट्रेसिंग चल रही है। उन्होंने पाजीटिव मरीजों से अपील करते हुए कहा कि वे स्वास्थ्य टीमों को सही जानकारी देने के लिए आगे आएं, ताकि कोविड के फैलाव को रोका जा सके।

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