कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने कृषि विधेयकों के विरोध में किया रोष प्रदर्शन

गढ़शंकर (द स्टैलर न्यूज़)। भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार द्वारा पास किए कृषि विधेयकों को किसान, मज़दूर, आड़ती व आम लोग विरोधी बताते हुए कांग्रेस काय्रकर्ताओं ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के आह्वान पर गढ़शंकर के पूर्व विधायक लव कुमार गोल्डी के अगवाई में सैला खुर्द, समुंदड़ा व रोड़ मजारा तथा गोंदपुर में रोष प्रर्दशन करते हुए पुतले फूंके और केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए बिलों को वापिस लेने की मांग की। इसके अलावा कांग्रेसी कार्याकर्ताओं ने गांव गढ़ीमानसोवाल, कालेवाल बीत, सीहवां, सेखोवाल, कंबाला, डा. अंबेदकर नगर, हरवां, नैनवां, भवानीपुर मजारी, कोकोवाल, डल्लेवाल, मैहिंदवानी गुज्जरां, मैरां, कोट, रोड़ मजारा व मेघोवाल सहित 60 से ज्यादा गावों में कृषि विधेयकों के खिलाफ रोष प्रर्दशन करते हुए कृषि विधेयकों को केंद्र सरकार से वापिस लेने की मांग की।

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सैला खुर्द, गोंदपुर, रोड़ मजारा, समुदंडा़ में प्रर्दशनकारियों को संबोधित करते हुए कांग्रेस के प्रदेशिक महासचिव व पूर्व विधायक लव कुमार गोल्डी ने कृषि विधेयकों को किसान, मजूदर, आढ़ती व आम लोगों को विरोधी बताते हुए कहा कि जिस सिस्टम को भाजपा की केंद्र सरकार भारत में लागू करने जा रही है, वह सिस्टम अमेरिका व युरोप के देशों में फेल हो चुका है। अब भी कृषि बिलों के बारे में प्रधानमंत्री, केंद्री मंत्रियों सहित अकाली दल बादल किसानों मजदूरों, आढ़तियों व लोगो को गुमराह करने की कोशिश कर रहे। इससे आने वाले दो वर्ष मंडीकरण व्यवस्था पूरी तरह तबाह हो जाएगी, एमएसपी बिल्कुल खतम हो जाएगा। किसान सिर्फ बड़ी कंपनियों के सहारे हो जाएंगे। जब एमएसपी व मंडीकरण व्यवस्था खतम हो जाएगी तब यह सरमाएदार किसानों से अपनी मर्जी के मुताबिक के दामों पर फसल खरीदेंगे और फिर अपनी मर्जी से स्टोर करेगें। फिर वह लोग मार्किट में स्टोर किया अनाज, सब्जियां आदि महंगे दामों पर बेचेंगे और आम खपतकारों को भी लूटा जाएगा। जिससे किसान, मज़दूर व आढ़ती तो तबाह हो ही जाएगे। इसके अलावा आम खपतकारों की लूट की भी सरकार ने इन्हें खुली छूट दे दी है।

उन्होंने कहा कि जब पूरे पंजाब के किसान मजूदर सडक़ों पर उतर आए तो डर के चलते बीबी हरसिमरत कौर बादल ने अस्तीफा दे दिया। जबकि जब भारत सरकार की कैबिनेट मीटिंग में यह बिल पास हुए थे तब इसी बीबी ने वहां पर हस्ताक्षर किए थे। उस समय विरोध किया होता तो किसानों मजदूरों आढ़तियों के उजाड़े की नींव न रख होती। अब बादल परिवार घडिय़ाली आसूं वहां की किसानों को फिर गुमराह करने कीे कोशिश कर रहे है। लेकिन अब इन लोगों की बातों में कोई नहीं आएगा। उन्होंने भाजपा की केंद्र सरकार से कृषि बिलों को रद्द करने की मांग करते हुए कहा कि जब तक कृषि बिल वापिस रद्द नहीं किए जाएंगे तब तक कांग्रेस पार्टी किसानों, मजदूरों व अन्य वर्गों को साथ लेकर संघर्ष जारी रखेगी।

इस समय आल इंडिया जाट महासभा पंजाब के महासचिव अजायब सिंह बोपाराय, ठाकुर वरिंद्र सिंह, दलविंदर बोरी, आढ़ती एसोसिएशन सैला खुर्द के अध्यक्ष पवन हाजीपुर, जिला परिषद सदस्य हरमेशवर सिंह, नंबरदार जरनैल सिंहे, नंबरददार रविंद्र सिंह रोजी, संदीप राणा, बलवीर मैगा, सरपंच राम प्रकाश, सरपंच हरमेश, नंबरादार महिंद्र हरमां, सरपंच हरजिंदर सिंह, सरपंच भवीशन सिंह भीमा, डा. हरविंदर संघा, बलवीर राणा, नंवरदार अश्वनी कुमार, सरपंच ओम प्रकाश, प्रवीण राणा वीनू, रघुवीर सिंह, मोहित गुप्ता, रजिंद्र ढिल्लों, विकास सोनी, महेश कुमार, दिलबाग जस्सोवाल, करमजीत पारोवाल, जीवा आदि मौजूद थे।

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