रिहाई के बाद महबूबा ने कहा, नहीं भूले काले दिन के काले फैसले की बेइज्जती, जारी रहेगा कश्मीर का संघर्ष

राजौरी (द स्टैलर न्यूज़) 13-10-2020, रिपोर्ट: अनिल भारद्वाज। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने रिहाई के फौरन बाद ही फिर से संघर्ष का ऐलान किया है। जनसुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत हिरासत में ली गईं मुफ्ती को मंगलवार रात में रिहा कर दिया गया। उन्होंने ट्विटर अकाउंट पर ऑडियो संदेश जारी कर आर्टिकल 370 के प्रावधानों को हटाए जाने को काला फैसला करार दिया और कहा कि कश्मीर का संघर्ष जारी रहेगा।

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महबूबा मुफ्ती ने ट्विटर पर शेयर किए गए ऑडियो संदेश में कहा, मैं आज एक साल से भी ज्यादा समय के बाद रिहा हुई हूं। 5 अगस्त 2019 के उस काले दिन का काला फैसला मेरे दिल और रूह पर हर पल वार करता रहा। मुझे यकीन है कि ऐसी ही स्थिति जम्मू-कश्मीर के लोगों की रही होगी। कोई भी उस दिन की बेइज्जती को भूल नहीं सकता।

“कहा, कश्मीर के मसले को हल करने की जद्दोजहद जारी रहेगी”

महबूबा ने कहा, दिल्ली दरबार ने गैर कानूनी, गैर लोकतांत्रिक तरीके से हमसे छीन लिया, उसे वापस लेना होगा। साथ ही कश्मीर के मसले को हल करने के लिए जद्दोजहद जारी रखनी होगी, जिसके लिए हजारों लोगों ने अपनी जानें न्योछावर की।

यह रास्ता आसान नहीं है, मुझे यकीन है कि हौसले से यह दुश्वार रास्ता भी तय होगा। जम्मू कश्मीर के जितने भी लोग देश की जेलों में बंद हैं, उन्हें जल्द से जल्द रिहा किया जाए। बतादें कि महबूबा मुफ्ती को पिछले साल 5 अगस्त को आर्टिकल 370 के प्रावधानों को हटाने के साथ ही पीएसए के तहत हिरासत में ले लिया गया था। तबसे अब तक उनकी हिरासत की अवधि लगातार बढ़ाई जा रही थी। और आखिरकार 14 महीने और आठ दिन बाद जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने उन्हें रिहा कर दिया गया। पार्टी के कईं दिग्गज नेता व कार्यकर्ता उनसे मिलने पहुंच रहे हैं।

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