होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। मुख्यमंत्री पंजाब कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगुवाई में केन्द्र सरकार के किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ आज पंजाब कैबिनेट का खास इजलास बुलाया गया। जिसमें इन कानूनों के विरोध राज्य सरकार की तरफ से बिल पास किए गए। होशियारपुर जिले से चब्बेवाल हलका विधायक डा. राज कुमार ने पंजाब सरकार द्वारा पास किए गए इन फैसलों का स्वागत किया। अपने इस बिल के पक्ष में तथा केन्द्र के खेती कानूनों के खिलाफ अपने विचार रखते हुए डा. राज ने किसान संघर्ष में शामिल सभी किसानों, मजदूरों, आढ़तियों तथा आम जनता का धन्यवाद किया जोकि गरीब किसानों के हकों के लिए लामबंद योद्धे बन केन्द्र सरकार के साथ टकराव ले रहे हैं।
उन्होंने कोविड-19 के मुश्किल समय में अपनी फसलें खेतों में छोड़ कर लाखों किसानों का एकत्र सडक़ों, रेलवे ट्रेकों पर बैठने के लिए मजबूर करने के लिए मोदी सरकार की निंदा की। उन्होंने कहा कि पुंजीपतियों की दौलत के अंबारों में बढ़ावा करने के लिए लाए गए इन कानूनों ने भाजपा का किसान गरीब तथा दलित विरोधी चेहरा एक बार फिर नंगा कर दिया है। संविधान के अनुसार अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर होने के बावजूद खेतीबाड़ी के यह कानून बनाकर अपने तथा अपने मित्रों के निजी स्वार्थ पूरे करने के लिए केन्द्र सरकार ने यह कदम उठाया है। अकाली दल पर वार करते हुए डा. राज ने कहा कि इन काले कानूनों को बनाने में न केवल सहमति देकर अब किसानों के विरोध को देखते हुए खुद भी इन कानूनों के विरोध का मुखोटा लगा लिया है।
पहले पंजाब की जवानी नशों में बर्बाद कर दी और अब हमारी किसानी को मिटाने के केन्द्र के मंसूबों में साथ दे रहे हैं। इनके इस्तीफे तथा तोड़-बिछोड़े ड्रामेबाजी से अधिक कुछ नहीं। डा. राज ने कहा कि आज पंजाब का किसान, मजदूर, मेहनतकश वर्ग, छोटे व्यापारी अपनी हौंद की लड़ाई ही नहीं लड़ रहा बल्कि ऐकता तथा इतफाक का बेमिसाल नमूना भी पेश कर रहा है। विरोधी पार्टियों द्वारा इस प्रदर्शन को लेकर की जा रही गलत बयानबाजी से ड्रामेबाजी पर टिप्पणी करते उन्होंने कहा कि किसानी संघर्ष के मुद्दे पर बुलाए इस इजलास को हलके में नहीं लेना चाहिए क्योंकि यह पंजाबियों की तकदीर का सवाल है जिसने सदियों तक असर डालना है।
इस सारी ड्रामेबाजी के बावजूद आज विरोधीपक्षों की तरफ से कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा केन्द्र के कृषि बिलों को नकारते हुए मत पास करने को अपना समर्थन देकर कुछ समझदारी दिखाई है। डा. राज ने पंजाब सरकार के मत द्वारा केन्द्र सरकार से इन काले कानूनों को आरंभ से रद्द करके नए कानून लागू कर किसानों को एमएसपी का अधिकार दिए जाने के प्रस्ताव की प्रशंसा की। उन्होंने कैप्टन अमरिंदर सिंह को पंजाब के राजनीतिक इतिहास में पहले पानियों की रक्षा और अब समूह किसानी की रक्षा के तौर पर अपना नाम दर्ज करवाने के लिए बधाई दी।