पंजाब (द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब राज्य पावर कार्पोरेशन लिमिटेड की तरफ से अधिकारी ने बताया कि निजी थर्मल प्लांट बंद होने से 2 बिजली स्टेशनों में कोयले की कमी होने के कारण आज 4 नवंबर से सायं रोजाना 2 से 3 घंटे बिजली सप्लाई बंद रहा करेगी। गौरतलब है कि केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा कृषि विधेयक पास करने के बाद आक्रोषित हुए किसानों ने कृषि बिल वापिस लेने के विरोध में धरना प्रदर्शन आदि करना शुरू कर दिया था जिसके चलते किसानों ने कुछ रेल पटरियों को बाधित कर दिया जिससे रेलवे ने माल गाडिय़ों की आवाजाही बंद करके स्थगित कर दी, किसानों के इन प्रदर्शनों से बिजलीघरों में कोयले की आपूर्ति प्रभावित हुई है।
इस संबंध में पीएसपीसीएल के चेयरमैन ए.वेणु प्रसाद ने बताया कि इन प्रदर्शनों के कारण बिजली की स्थिति काफी प्रभावित हुई है और इसकी स्थिति गंभीर है और वहीं बिजली कटौती को भी बढ़ाकर 4 से 5 घंटे किया जाएगा। उन्होंने बताया कि विभाग की तरफ से आज 04-11-2020 को शाम से 3 घंटे के लिए बिजली कटौती की जाएगी। इसी दौरान एक नीजि क्षेत्र की कंपनी जीवीके ने कहा कि वह मंगवार को दोपहर 3 बजे से बिजली परिचलन बंद कर दी गई है क्योंकि, कोयला भंडारण समाप्त हो चुका है।
अधिकारियों के अनुसार सार्वजनिक क्षेत्र की 2 बिजली कंपनियों लहरा मोहब्बत और रोपड़ बिजलीघरों में कोयला भी समाप्त हो गया है। फिल्हाल राज्य में बिजली की मांग 6000 मेगावाट है जबकि आपूर्ति 5,000 मेगावाट है। इस संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजली की स्थिति गंभीर है क्योंकि, राज्य के पास कोयला नहीं बचा है और फिलहाल बिजली की आपूर्ति केन्द्रीय क्षेत्रों, पनबिजली और बॉयोमास से की जा रही है जिससे राज्य में 1000 मेगावाट बिजली की कमी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मालगाडिय़ों की आवाजाही पर रोक होने के चलते न केवल कोचयले बल्कि फसलों के लिए उर्वरक की आपूर्ति तथा खाद्यान्न के परिवहन पर भी असर पड़ा है। इसके साथ-साथ राज्य के उद्योग भी रेल मार्ग बंद होने के चलते न तो कच्चा माल मंगवा सकते हैं और न ही तैयार माल भेजने में समर्थ हैं।