होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। 18 साल से कम उम्र के निरीक्षण होमों में रह रहे विदेशी बच्चे जोकि सजा पूरी कर चुके हैं को उनके माता-पिता के पास भेजने के लिए विधायक सुन्दर शाम अरोड़ा ने बीड़ा उठाया है। इस सिलसिले में गत दिवस विधायक अरोड़ा ने निरीक्षण होम में अधिकारियों तथा ऐसे बच्चों के साथ मुलाकात की।
विधायक अरोड़ा ने बताया कि नेपाल निवासी 13 वर्षिय टेकसौद एक साल पहले नेपाल से अमृतसर आकर घरेलू नौकर के तौर पर काम कर रहा था। एक दिन यह बच्चा सैर करते हुए इलाके से दूर चला गया तता रास्ता भटकता हुआ पुलिस हैल्पलाइन द्वारा पकड़ा गया। पुलिस ने
बच्चे को होशियारपुर के निरीक्षण होम भेज दिया, जहां पहले तीन माह तो बच्चे ने घबराहट के मारे कुछ नहीं बताया। समाज भलाई विभाग द्वारा भारत सरकार के माध्यम से नेपाल के दूतावास के साथ संपर्क करके इस बच्चे को नेपाल भेजने की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए विधायक अरोड़ा ने बच्चे द्वारा बताए नेपाल पते की पुष्टि अपने स्तर पर करवाई है।
श्री अरोड़ा ने जुबेनाइल जस्टिस बोर्ड, गुरदासपुर के प्रिंसिपल मैजीस्ट्रेट को पत्र लिखकर पाकिस्तान के एक गूंगे-बोले बच्चे की तस्वीर पाकिस्तान की अखबारों में प्रकाशित करने की इजाजत मांगी है ताकि बच्चे के माता पिता तस्वीर देखकर संपर्क कर सकें। विधायक ने बताया कि यह बच्चा डेरा बाबा नानक में सरहद के नजदीक ढाई साल पहले सीमा सुरक्षा बल द्वारा पकड़ा गया था। इस बच्चे की उम्र करीब 16 वर्ष प्रतीत होती है।
विधायक अरोड़ा ने 17 वर्ष के एक बच्चे संबंधी भारत में पाकिस्तान दूसातावस के साथ संपर्क किया है। पाकिस्तान के जिला शेखुपुरा का रहने वाला यह बच्चा जुलाई 2016 दौरान नजदीकी दिश्तेदार के विवाह में शामिल होने के लिए आया था, पर गल्ती से सरहद पार कर गया। इसे कानूनी तौर पर रिहा कर दिया गया है, पर पाकिस्तान के दूतावास द्वारा पासपोर्ट जारी करने में हो रही देरी के कारण इस बच्चे को निरीक्षण होम में रहना पड़ रहा है।