योग साधन आश्रम प्रभु का एक स्कूल, जहां आने का मकसद केवल योग सीखना: आचार्य जी

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। योग साधन आश्रम मॉडल टाउन होशियारपुर में सत्संग का आयोजन आचार्य चंद्रमोहन अरोड़ा के मार्गदर्शन में करवाया गया। इस मौके पर आचार्य जी ने योगीराज सदगुरुदेव बैकुंठ धाम निवासी चमन लाल महाराज की वाणी को श्रद्धालुओं के समक्ष रखते हुए कहा कि योग साधन आश्रम प्रभु का एक स्कूल है। जहां आने का मकसद योग सीखना है।

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केवल सुन कर चले जाने से हमारा आध्यात्मिक विकास नहीं होगा। जो साधक गुरु की शिक्षाओं को न मानकर मनमानी करता है उसकी दुर्गति होती है तथा वह अधोगति को प्राप्त होता है। जैसे स्कूल में वर्ष उपरांत विद्यार्थी को ग्रेड मिलते हैं। उसी प्रकार प्रभु के चरणो में भक्ति की प्रगति एवं गुरु शिक्षा के पालन अनुसार भक्तों को ग्रेड मिलता है। उन्होंने कहा कि हमें आध्यात्मिक जीवन में निरंतर प्रगति करनी चाहिए। तमोगुण तथा रजोगुण वाले जीवन से दूर रहना है। प्रमाद ,आलस्य ,मोह तथा बासा रुखा सूखा भोजन करना तामसिक गुण है।

अहंकार करना, राग द्वेष करना ,सांसारिक पदार्थों को इक_े करना राजसिक गुण है। उन्होंने कहा कि दूसरों का भला करना, नित्य योग करना ,भक्ति करना, योग प्रचार करना ,निस्वार्थ सेवा करना सात्विक गुण है। हमें शरीर के लिए योग की शुद्धि क्रिया तथा आसन नित्य करते रहना चाहिए। ताकि हमें स्वस्थ शरीर मिले, जिससे स्वास्थ्य मन व बुद्धि से हम अपनी आत्मा का उद्धार कर सकें। इस मौके पर सदगुरुदेव की बेटी अमिता ने सद्गुरु चरणी तू आ, आकर शीश झुका भजन गाकर भक्तों को भावविभोर कर दिया।

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