लड़कियों का स्कूल और कालेज आना-जाना बना दूभर, मनचलों की हरकतों से असुरक्षित महसूस कर रही बेटियां

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। लड़कियों को सुरक्षित वातावरण मुहैया करवाने के लिए जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा भले ही कई दावे किए जाते हों, लेकिन सच्चाई यह है कि बेटियों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन द्वारा ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे। खासकर जब बच्चियां स्कूल या कालेज जाती हैं व छुट्टी के समय घर को लौटती हैं तो रास्तों में कई जगहों पर मनचलें उन्हें तंग परेशान करते आम देखे जा सकते हैं। हालांकि देश में भयावाह कर देने वाली बलात्कार की घटनाओं के बाद स्कूल खुलने तथा छुट्टी के समय सुरक्षा कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी और उस समय कई मनचलों को सबक भी सिखाया गया। लेकिन कोरोना काल के कारण स्कूल एवं कालेज बंद होने से यह मुहिम बीच में ही रुक गई। अब जबकि एक बार फिर से स्कूल एवं कालेज खुल गए हैं तो मनचले लड़कियों के स्कूल एवं कालेज के समीप व रास्ते में उन्हें तंग परेशान करने के लिए फिर से सक्रिय हो गए हैं।

Advertisements

जिसके चलते लड़कियों का स्कूल एवं कालेज पहुंचना तथा वहां से वापिस घर जाना दूभर बन चुका है। शहर के महाराणा प्रताप चैक, रेलवे मंडी स्कूल, पीडीआर्या स्कूल एवं सरकारी कालेज को जाने वाली छात्राओं के लिए फिर से मनचलों के ताने और उनके द्वारा रास्ते में रोका जाना परेशानी का सबब बन गया है। जिसके चलते उन्हें जहां मानसिक परेशानी से गुजरना पड़ता है वहीं वह खुद को सुरक्षित महसूस करती हुईं अकेली स्कूल व कालेज जाने से भी घबराने लगी हैं। अगर, कोई लडक़ी मनचलों द्वारा कसे तंज का विरोध जताती है या उन्हें सबक सिखाने की बात करती है तो मनचलों द्वारा उन्हें बुरा भला कहा जाता है। आसपास के दुकानदारों को भी इस बात का मलाल है कि पुलिस द्वारा इसे गंभीरता से नहीं लिया जा रहा। क्योंकि ऐसे मनचलों को अगर दुकानदार कुछ कहते हैं तो वे उन्हें भी देख लेने की धमकियां देने से परहेज नहीं करते। जिसके चलते वह चुप्पी साधने में ही भलाई समझे हुए हैं

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here