होशियारपुर (द स्टैलर न्यज़)। पिछले कुछ समय से किसान संगठनों की आड़ में कुछ लोगों द्वारा सरेआम अराजकता का माहौैल पैदा करने की जो कोशिशें की जा रही हैं, उन पर लगाम लगाने के लिए सरकार को कड़ी कार्यवाही करके ऐसे शरारती तत्वों को सलाखों के पीछे डाल देना चाहिए। अगर सरकार ने समय रहते यह कदम न उठाए तो समाज का हर जोकि आज किसानों के साथ है वो किसानों के खिलाफ खड़ा हो जाएगा। क्योंकि, अभी तो समाज का हर वर्ग किसानों के साथ खड़ा है तथा खड़ा भी रहेगा। लेकिन इसके लिए जरुरी है कि वे अपने अंदर छिपी काली भेड़ों को पहचान कर उन्हें बाहर का रास्ता खुद ही दिखाएं। यह बात श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रदेश महासचिव लक्की ठाकुर ने गढ़दीवाला में ठाकुर संजीव मनहास पर हुए हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कही। लक्की ठाकुर ने कहा कि संजीव मनहास एक राजपूत पहले हैं और बाद में वह किसी पार्टी या संगठन के नेता हैं। उन पर किया गया हमला बहुत ही निंदनीय है।
उन्होंने कहा कि किसान संगठन तो अपनी मांगों को लेकर बहुत ही शांतमयी ढंग से सरकार के समक्ष अपनी बात रख रही हैं, लेकिन उनके भीतर घुस चुकी शरारती व अराजकतामयी ताकतें उनके संघर्ष को खोखला करने का प्रयास कर रही हैं। जिसके चलते किसान की आड़ लेकर शरारती लोग गुंडागर्दी पर उतर आए हैं, जिन पर लगाम लगाने के लिए किसान संगठनों को अपने स्तर पर इसका संज्ञान लेना चाहिए। लक्की ठाकुर ने कहा कि अपनी बात कहने का हक सभी को है, लेकिन किसी पर हाथ उठाने तथा उसे जान से मारने तक के प्रयास होने कहीं न कहीं सरकार की ढीली कार्यप्रणाली के साथ-साथ कानून व्यवस्था पर भी सवालिया निशान हैं। उन्होंने कहा कि अगर ऐसे शरारती तत्व अपनी हरकतों से बाज नहीं आए तो आने वाले दिनों में समाज के हर वर्ग के लोग जहां ऐसे लोगों के खिलाफ खड़े होंगे वहीं इससे किसानों को भी नुकसान हो सकता है, जो हम किसी भी सूरत में नहीं चाहते। क्योंकि हम भी किसान हैं और किसानों के दर्द समझते हैं। इसलिए किसानों को भी चाहिए कि वह संगठनों में घुस चुकी गलत ताकतों को पहचान कर बाहर का रास्ता दिखाएं।