खेती आंदोलन के दौरान जानें गवाने वाले किसानों और नामी शख्सियतों को दी गई श्रद्धांजलि

चंडीगढ़ (द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व में पंजाब विधान सभा की तरफ से खेती आंदोलन के दौरान मृत हुए किसानों और खेत कामगारों, स्वतंत्रता सेनानियों और राजनैतिक सख्शियतों के अलावा कोरोना योद्धों को श्रद्धांजलि दी गई, जो विधान सभा के पिछले सैशन के बाद अकाल प्रस्थान कर गए।
15वीं विधान सभा के बजट सैशन (14वें सैशन) के पहले दिन सदन की तरफ से पूर्व केंद्रीय मंत्री बूटा सिंह, पूर्व मंत्री महिंदर सिंह गिल, मेजर सिंह उबोके, बाल मुकन्द शर्मा, सतपाल गोसाईं और सतवंत कौर संधू, साझे पंजाब के पूर्व डिप्टी मंत्री चन्द्रावती और पूर्व विधायक ब्रिज लाल गोयल को श्रद्धांजलि दी गई।

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सदन की तरफ केंद्रीय खेती कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन के दौरान अपनी जानें गवाने वाले किसानों और खेती कामगारों को भी भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी गई।
इस मौके पर महान पंजाबी गायक सरदूल सिकंदर, भजन गायक नरिन्दर चंचल और पत्रकार सतबीर सिंह दरदी को श्रद्धांजलि दी गई। सदन की तरफ से शहीद नायब सूबेदार परविन्दर सिंह, स्वतंत्रता सेनानियों अजीत सिंह, जत्थेदार गोहल सिंह तुड़, बलवंत सिंह और हरबंस सिंह को भी याद किया गया।

सदन की तरफ से उन व्यक्तियों को भी श्रद्धांजलि दी गई, जिनकी कोरोना महामारी के कारण जान गई। मानसा से विधायक नाजर सिंह मानशाहिया की विनती पर नामी रंगकर्मी मोहन मिडडा और प्रसिद्ध लेखक दर्शन दरवेश का नाम भी श्रद्धांजलियों वाली सूची में शामिल किया गया। इस मौके पर दिवंगत आत्माओं की याद में सत्कार स्वरूप 2 मिनट का मौन धारण किया गया।

इस दौरान स्पीकर राणा कंवर पाल सिंह की तरफ से उन सदस्यों को श्रद्धाँजलि का प्रस्ताव पेश किया गया, जो पिछले सैशन के बाद अकाल प्रस्थान कर गए। दिवंगत आत्ओं को श्रद्धाँजलि के उपरांत सम्बन्धित परिवारों को सदन की तरफ से प्रगटाए शौक संबंधी अवगत करवाने के लिए प्रस्ताव पास किया गया। यह प्रस्ताव मौखिक मत के साथ पास किया गया।

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