होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: मुक्ता वालिया। मोदी सरकार ने भक्तों की संवेदनशीलता और विश्वास को देखते हुए श्री गुरु रविदास भक्तों को वही जगह देने के लिए सहमति व्यक्त की है जहां श्री रविदास मंदिर, दक्षिण दिल्ली में कुछ महीने पहले सुप्रीम कोर्ट के आदेश से ध्वस्त कर दिया गया था। सरकार ने माननीय सुप्रीम कोर्ट को बताया कि यह निर्णय शांति और सद्भाव सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है।
अटॉर्नी जनरल के.के वेणुगोपाल ने पीठ को बताया कि साइट के 200 वर्ग मीटर क्षेत्र को मंदिर निर्माण के लिए भक्तों की एक समिति को सौंपा जा सकता है। कोर्ट ने केंद्र के प्रस्ताव को रिकॉर्ड में ले लिया और सोमवार को आदेश पारित करने के लिए मामले को सूचीबद्ध किया। इसी पर खुशी व्यक्त करते हुए विजय सांपला जी ने बताते हुए कहा कि श्री गुरु रविदास महाराज जी का मंदिर तुगलकाबाद में ध्वस्त किया गया था उसके बाद दलित समाज की और विशेष रूप में गुरु रविदास महाराज जी के अनुयायियों में बहुत बड़ा आक्रोश पैदा हुआ था। उसके बाद केंद्र सरकार ने यह ऐलान किया था कि मंदिर वहीं बनेगा।
लोगों की मांग पर सरकार ने यह बात मानी थी । आज यह बताते हुए श्री विजय सांपला ने कहा कि उन्हें बहुत खुशी हो रही है कि सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एफिडेविट दिया कि उसी जगह पर गुरु रविदास महाराज जी का मंदिर बनाया जाए क्योंकि सुप्रीम कोर्ट को इसके बारे में केंद्र सरकार की राय जाननी चाहिए थी और सरकार ने अपनी राय दे दी है कि उसी जगह पर मंदिर बनाया जाए और केंद्र सरकार ने भी अपनी सहमति दे दी है।
यह बताते हुए खुशी हो रही है कि सरकार ने जो अपना वादा किया था उसे पूरा किया है और गुरु रविदास जी की नामलेवा और परोकारो की भावनाओं की कद्र करते हुए जो फैसला लिया है वे उसके लिए केंद्र सरकार व माननीय सुप्रीम कोर्ट के अभारी हैं। जिन्होंने इस फैसले को लेकर गुरु रविदास महाराज जी के नाम एक बहुत बड़ा तोहफा दिया है। यह बताते हुए खुशी हो रही है कि केंद्र सरकार ने रविदासिया समाज के साथ जो वादा किया था उसे पूरा कर ऐसा प्रस्ताव रखा है। जिसमें की वहां पर मंदिर भी बनाया जाए और आसपास के हिस्से को गुरु रविदास पार्क में भी बदला जाए, गुरु रविदास उपवन के साथ समाधि बनाई जाए और वहां पर मूर्ति की स्थापना भी की जाए।