मुख्यमंत्री ने झूठ के सरताज केजरीवाल की पोल खोली, 2017 के चुनाव के समय किये झूठे वादों और बेहुदा बातों को फिर से दोहराया

चंडीगढ़ (द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने सोमवार को अरविन्द केजरीवाल के झूठे दावों और बेबुनियाद दोषों का राज खोलते हुए आप नेता द्वारा बोले जाते शर्मनाक झूठ को 2017 के चुनाव के समय कांग्रेस पर किये हमलों और झूठे दावों को पुन: दोहराया जाना बताया। मुख्यमंत्री ने केजरीवाल द्वारा उनकी सरकार और प्रांतीय कांग्रेस कि की गई आलोचना का करारा जवाब देते हुए कहा कि पंजाब के लोगों ने समझदारी दिखाते हुए उस समय आपके फरेब को पहचान लिया और अब भी लोग आपके झूठ से परिचित हैं। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि केजरीवाल का सफेद झूठ फिर से बेनकाब होगा जैसे कि 2017 के विधानसभा चुनाव के समय हुआ था। उन्होंने आप के राष्ट्रीय कनवीनर के मनघड़ंत दोषों के लिए उसकी आलोचना करते हुए कहा कि पंजाब जानता है कि आप (केजरीवाल) कैसे अव्वल दर्जे के फरेबी और झूठ के सरताज हैं। दिल्ली के अपने हमरुतबा द्वारा पंजाब की कांग्रेस सरकार पर चुनावी वादे पूरे न करने के लिए की गई आलोचना को सिरे से रद्द करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत हास्यप्रद बात है कि उनकी सरकार द्वारा 84 प्रतिशत वादे पूरे करने के ट्रैक रिकार्ड की तुलना दिल्ली सरकार के बुरे प्रदर्शन के साथ की जाये जिसने 2020 में 2015 के आप के मैनीफैस्टो केे सिर्फ 25 प्रतिशत वादे पूरे किये। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि अगर यही दिल्ली मॉडल है जिसका वादा आप (केजरीवाल) पंजाब के साथ करते हो तो मेरे लोग इसके बगैर ही बेहतर हैं। उन्होंने आगे कहा कि केजरीवाल को झूठे दावों और ‘बदला’ की बातों में पडऩे की बजाय दिल्ली पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जहाँ उनके द्वारा किये चुनावी वादों में से अभी तक 50 प्रतिशत ही पूरे किए जा रहे हंै। 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले केजरीवाल सरकार के पाँच साल पूरे होने पर किये स्वतंत्र सर्वेक्षण जिस अनुसार केजरीवाल ने 70 में से सिर्फ 11 वादे ही पूरे किये थे, का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सार्वजनिक तौर पर मौजूद तथ्यों से यह साफ जाहिर होता है कि जब अपने वादे पूरे करने की बात आती है तो आम आदमी पार्टी का चरित्र जग जाहिर हो जाता है। बीते दिनों महापंचायत के दौरान केजरीवाल द्वारा किये ड्रामे पर बरसते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि दिल्ली के वोटरों की तरह पंजाब के लोग ऐसे बड़े-बड़े वादों के जाल में नहीं फंसेंगे और वह खुद जमीनी सच्चाई से भलीभांति परिचित हैं।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बात रिकार्ड पर है कि दिल्ली के कांग्रेसी नेता अजय माकन की तरफ से बार-बार सवाल किये जाने के बावजूद दिल्ली की आप सरकार 2015 में किये 8 लाख नौकरियों के वायदों सम्बन्धी स्थिति स्पष्ट नहीं कर सकी। उन्होंने कहा कि यहाँ तक कि बहुत प्रचारित किये गए दिल्ली हुनर मिशन को भी शुरू नहीं किया गया। सर्वेक्षण के आंकड़ों अनुसार केजरीवाल सरकार द्वारा 2016 में 102, 2017 में 66 और अप्रैल 2018 तक 46 नौकरियाँ दी गई। उन्होंने कहा, ‘दिल्ली के ऐसे आंकड़ों के बलबूते यदि आप मेरी सरकार के रोजगार संबंधी आंकड़ों की बात करते हो तो आपको सचमुच ही कोई शर्म नहीं है।’ केजरीवाल की तरफ से लोगों को धोखा देने और उनकी सरकार के विरुद्ध भ्रम पैदा करने के लिए की गई बौखलाहट भरी कोशिशों का मजाक उड़ाते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में आप की सरकार के उलट पंजाब में उनकी सरकार ने ‘घर-घर रोजगार मिशन’ के अंतर्गत 16.29 लाख नौकरियां/स्वै-रोजगार के मौके प्रदान किये हैं और अकेले सरकारी सैक्टर में ही 58,709 नौकरियाँ दी गई। उन्होंने कहा कि इस साल के दौरान उनकी सरकार खाली पड़े सरकारी नौकरियों के लिए एक लाख और नौजवानों की भर्ती कर रही है। भारत सरकार और इसकी एजेंसियों के सर्वे का हवाला देते हुये कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि आंकड़ा और प्रोग्राम लागू करने सम्बन्धी मंत्रालय द्वारा जारी की श्रम शक्ति सर्वे (2018 -19) की रिपोर्ट अनुसार दिल्ली की बेरोजगारी दर 8.0 प्रतिशत के मुकाबले पंजाब की दर 7.2 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय औसत की अपेक्षा भी कम है। केजरीवाल की तरफ से पंजाब के लोगों के साथ किये गए वायदे सम्बन्धी उस पर चुटकी लेते हुये कहा, ‘ऐसा प्रतीत होता है कि हमेशा की तरह आपके पंजाब के नेता या तो आपको पंजाब आने से पहले सही तथ्यों संबंधी अवगत नहीं करवाते या फिर शायद वह आपको जानबूझ कर गुमराह करते हैं।’ कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने केजरीवाल को उसकी तरफ से किये दावे के लिए भी आड़े हाथों लिया जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा था कि केंद्र के तीन खेती कानूनों के खिलाफ वह आंदोलनकारी किसानों के साथ हमेशा कंधे से कंधे जोड़ कर खड़े रहेंगे।

मुख्यमंत्री ने तंज कसते हुये कहा, ‘हर कोई जानता है इस मुद्दे पर आप कहां खड़े हो।’ उन्होंने आप नेता को याद करवाते हुये कहा कि दिल्ली में आपकी सरकार ने इन तीनों ही खेती कानूनों में से एक कानून लागू भी कर दिया है। यहाँ तक कि इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी पंजाब में भी यू-टर्न ले चुकी है। उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री को उनके काम में टाँग न अड़ाने की नसीहत देते हुये कहा, ‘मेरे राज्य से सम्बन्धी मामलों पर मैं राष्ट्रीय राजधानी में आपके की तरफ से किये जा रहे कामकाज की अपेक्षा अधिक बेहतर तरीके से निपटने में समर्थ हूं।’ मुख्यमंत्री ने मोगा में हुए जलसे के दौरान कोविड सम्बन्धी एहतियात यकीनी न बनाने के लिए केजरीवाल की सख्त निंदा की जहाँ आप लीडरशिप मास्क पहने बिना ही देखी गई उन्होंने इस को उच्च दर्जो का गैर-जिम्मेदाराना रवैया बताते हुये कहा कि इससे पता लग जाता है कि केजरीवाल और उसकी पार्टी को पंजाब के लोगों की कितनी परवाह है। उन्होंने कहा, ‘जब यह दिल्ली में हैं तो वहाँ मास्क न पहनने पर लोगों को भारी जुर्माना लगाया जा रहा है और पंजाब में कोविड से सुरक्षा सम्बन्धर प्रोटोकॉल के बारे बहुत ढीठता से बेपरवाही वाला व्यवहार अपनाते हैं।’ उन्होंने आगे कहा कि कोविड के बढ़ते प्रभाव के कारण पंजाब कांग्रेस ने तो अपनी सभी राजनैतिक रैलियाँ मुअतल कर दी हैं जबकि दूसरे तरफ केजरीवाल ऐसा करने में नाकाम रहे हैं जिससे सिद्ध होता है कि उसका एकमात्र हित किसी न किसी ढंग से पंजाब की सत्ता हथियाना है।

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