जम्मू/राजौरी (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: अनिल भारद्वाज। जिला राजौरी के एक सरकारी कार्यालय में राष्ट्रीय झंडा ( ध्वज) के अपमान को देखा गया और संबंधित विभाग व प्रशासन अफरातफरी में आ गया। इस संबंध में प्रशासन ने जांच का आदेश देने के साथ ही ध्वज को सम्मान के साथ तुरंत फिर से फहराने का आदेश दिया।
जम्मू कश्मीर यूटी के हर सरकारी कार्यालयों तथा सरकारी भवनों पर इतिहास में पहली बार राष्ट्रीय ध्वज फहराने की अनिवार्यता का आदेश जारी कर दिया गया था। डिबकाम जम्मू की तरफ से इस बावत निर्देश जारी किया गया है कि हर सरकारी इमारत व कार्यलय में राष्ट्रीय ध्वज पूरे सम्मान के साथ लहराया जाए। जिसका हर जिला के जिला आयुक्तों ने पालन किया।
लापरवाही बरत रहे हैं कुछ अधिकारी
जिला राजौरी में भी करीब एक सप्ताह पहले जारी आदेश में सरकारी इमारतों व कार्यालयों में भारतीय संविधान के मुताबिक भारतीय झंडा फहराया का आदेश जिला आयुक्त आर.के शवन ने जारी किया और कानून का पालन करते हुए जिला अधिकारियों ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। लेकिन कई ऐसे अधिकारी भी हैं जिन्होंने लापरवाही के साथ ध्वज को फहराया था। लापरवाही का मतलब कईयों ने कच्ची लकड़ी, कच्ची रस्सी के सहारे झंडे को खड़ा कर दिया। फूड एडं सप्लाई ऑफिस राजौरी जिसके अंदर आधार कार्ड कार्यालय भी है उस कार्यालय की छत पर अभी एक सप्ताह का समय ही हुआ था झंडा लगे कि जिला राजौरी में राष्ट्रीय झंडे का अपमान सामने आ गया, जो संबंधित विभाग की लापरवाही को दर्शाता है।
रविवार को खाद्य आपूर्ति एवं जन वितरण विभाग जिला कार्यालय राजौरी में राष्ट्रीय ध्वज का अपमान देखने को मिला। जब संबंधित विभाग को इसकी भनक लगी तो वह अफरातफरी में आ गया और रविवार होने के कारण कर्मी कार्यालय की नहीं पहुंच पा रहे थे क्योंकि खाद्य आपूर्ति एवं जन वितरण के जिला कार्यालय का रास्ता ताला लगा होने से बंद था। संबंधित विभाग के कर्मियों ने दमकल विभाग (फायर एंड सर्विस इमरजेंसी) जवानों की मदद से एलमुनियम सीढिय़ों के सहारे छत पर जा पहुंच और झंडे ( ध्वज) को फिर से सीधा कर के लगाया। वहीं झंडे के अपमान की सूचना जिला आयुक्त राजौरी राजेश कुमार शवन व पुलिस की जिला चीफ शीमा कस्बा तक पहुंची तो उन्होंने जल्द से जल्द लापरवाही में सुधार करने को कहा। किन कारणों से झंडे का अपमान हुआ इस पर जांच चल रही है।