चंडीगढ़, 10 मई: बठिंडा स्थित एडवांस्ड कैंसर इंस्टीट्यूट लगातार कैंसर पीडि़तों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवा रहा है और यहाँ स्थापित किए गए कोविड केयर सैंटर के कारण कैंसर पीडि़तों को इलाज करवाने में किसी किस्म की कोई मुश्किल नहीं हो रही, उक्त प्रगटावा पंजाब के चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संबंधी मंत्री श्री ओ.पी. सोनी ने आज यहाँ किया।
श्री सोनी ने कहा कि राजनीतिक पार्टियों के कुछ नेता एडवांस्ड कैंसर इंस्टीट्यूट बठिंडा में स्थापित किए गए कोविड केयर सैंटर सम्बन्धी तथ्यों से उलट बयानबाज़ी कर रहे हैं, जबकि सच्चाई यह है कि एडवांस्ड कैंसर इंस्टीट्यूट, बठिंडा आज भी पहले की तरह ही कैंसर पीडि़तों को सेवाएं मुहैया करवा रहा है, जिसका सुबूत यह है कि इस केंद्र में जनवरी 2021 में 315 नए कैंसर पीडि़त ओ.पी.डी में आए, जबकि फरवरी 2021 में 432, मार्च 2021 में 478, अप्रैल 2021 में 408 और 1 मई 2021 से 8 मई 2021 तक 30 मरीज़ आए, जबकि जनवरी 2021 में 1839 पुराने कैंसर पीडि़त ओ.पी.डी में आए, फरवरी 2021 में 2213, मार्च 2021 में 2239, अप्रैल 2021 में 2231 और 1 मई 2021 से 8 मई 2021 तक 402 मरीज़ आए, इसी तरह आई.पी.डी. में जनवरी 2021 में 248 पुराने कैंसर पीडि़त ओ.पी.डी में आए, जबकि फरवरी 2021 में 253 मार्च 2021 में 304, अप्रैल 2021 में 288 और 1 मई 2021 से 8 मई 2021 तक 71 मरीज़ आए हैं।
श्री सोनी ने बताया कि इस समय पर कोविड-19 महामारी के मरीज़ों की संख्या बहुत ज़्यादा बढ़ गई है और इस समय पर बठिंडा जि़ले में कोविड-19 के 6450 एक्टिव केस हैं और रोज़ाना की पॉजि़टिविटी 23.48 प्रतीशत है। इसलिए कोरोना के मरीज़ों के इलाज के लिए स्तर 2 और स्तर 3 के बेड बढ़ाने की ज़रूरत है। बठिंडा में नए बने एम्स के निर्माण का काम अभी पूरा नहीं हुआ है, इसलिए सभी कोशिशों के बावजूद भी एम्स बठिंडा में 70-75 स्तर-2 बेड से ज़्यादा उपलब्ध नहीं होंगे।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा एडवांस्ड कैंसर इंस्टीट्यूट, बठिंडा में दो एंट्री गेट हैं और इस बिल्डिंग को 2 हिस्सों में अस्थाई तौर पर बाँट दिया गया है। ऐसा करने से मौजूदा कैंसर ट्रीटमैंट, ओ.पी.डी. और सर्जरी आदि पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा, बल्कि इस सैंटर में जो 40-50 बेड खाली पड़े रहते थे, उनका प्रयोग लोगों की जान बचाने के लिए किया जाएगा।
श्री सोनी ने बताया कि एडवांस्ड कैंसर इंस्टीट्यूट, बठिंडा में कीमोथैरेपी, ओ.पी.डी. सेवाएं, रेडीयोथैरेपी ट्रीटमैंट और इमरजैंसी कैंसर सर्विसज़ दी जा रही हैं और बैरीकेटिंग लगाकर और एंट्री को अलग करते हुए इस बात का पूरा ध्यान रखा जा रहा है कि कैंसर के मरीज़ों को कोई भी दिक्कत न हो। उन्होंने कहा कि कैंसर के ट्रीटमैंट में कोई कमी नहीं आनी दी जाएगी।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि बठिंडा एम्स में कैंसर पीडि़तों को बढिय़ा इलाज मुहैया करवाने को यकीनी बनाने के लिए बाबा फऱीद हैल्थ साइंसज़ यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉक्टर राज बहादुर से बात की है और कहा कि इस तरह के प्रबंध किए जाएँ जिससे कैंसर पीडि़तों को कोई मुश्किल पेश न आए।