प्रशासन ने आरटीपीसीआर टैस्टों के लिए अधिक पैसे वसूलने पर लैब ख़िलाफ़ एफ.आई.आर.दर्ज करने के दिए आदेश

जालंधर(द स्टैलर न्यूज़)। आर.टी.पी.सी.आर.टैस्टों के लिए अधिक पैसे वसूलने पर सख़्त कार्यवाही करते हुए ज़िला प्रशासन की तरफ से स्थानीय पुलिस अथारिटी को इस लैब ख़िलाफ़ पत्रकार की तरफ से किए स्टिंग आपरेशन के बाद एफ.आई.आर.दर्ज करने के लिए कहा गया है। इस बारे में और ज्यादा जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर जालंधर श्री घनश्याम थोरी ने बताया कि न्यूज वैबसाईट ट्रू स्कूप के पत्रकार अविनीत कौर और परीना खन्ना की तरफ से शिकायत मिली कि कमल अस्पताल दोआबा चौक की गुप्ता लैब की तरफ से आरटीपीसीआर टैस्ट के 1500 रुपए वसूल किये गए है, जबकि सरकार की तरफ से इस टैस्ट के लिए 450 रुपए रेट निर्धारित किये गए है। शिकायतकर्ता की तरफ से सबूत के तौर पर लैब की तरफ से इस टैस्ट के लिए वसूल किये गए पैसों की रसीद भी पेश की गई, जिस पर डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि इस सम्बन्धित प्राथमिक जांच सहायक कमिश्नर (शिकायतें) रणदीप सिंह गिल की तरफ से गई, जिसमें लैब ख़िलाफ़ लगाए गए आरोप पहली नज़र में सही नहीं लगते है। डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि स्थानीय पुलिस अथारिटी को इंडियन पीनल कोड, ऐपीडैमिक डिसीज़ एक्ट और डिज़ास्टर मैनेजमेंट एक्ट की सम्बन्धित धाराओं पर एफ.आई.आर.दर्ज करने के लिए कहा गया है।

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ज़िक्रयोग्य है कि अविनीत कौर और परीना खन्ना की तरफ से सांझे तौर पर तीन से ज़्यादा लैबों और अस्पतालों जिनमें डा.लाल पैथ लैब (दोआबा चौक), डा. आशा पैथ लैब (दोआबा चौक), मैटरोपोलिस लैब और जौहल अस्पताल (रामा मंडी) शामिल है, का स्टिंग आपरेशन किया गया है, जिस सम्बन्धित आडियो, वीडियो सबूत सहायक कमिश्नर (शिकायतें) के पास पेश किये गए है। यह दोनों नकली मरीज़ बन कर लैब में गए और सारी स्थिति को रिकार्ड किया, जिसमें उनको निर्धारित रेट से अधिक पैसे जमा करवाने के लिए कहा गया। इस पर ज़िला प्रशासन की तरफ से सहायक कमिश्नर (शिकायतें) के द्वारा इस लैब और अस्पताल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।

इसके इलावा डिप्टी कमिश्नर की तरफ से सबंधित आधिकारियों को सभी मामलों की जांच करने और यदि आरोप सही साबित होते है तो एफ.आई.आर.दर्ज करने के लिए कहा गया। डिप्टी कमिश्नर ने महामारी की इस मुश्किल घड़ी में बढिया मैडीकल सुविधाएं उपलब्ध करवाने की अपनी वचनबद्धता को दोहराते हुए ज़िला निवासियों को इस प्रकार के मामले ज़िला प्रशासन के ध्यान में वटसएप नंबर 98889 -81881 और 95017 -99068 के द्वारा सबूतों सहित लाने की अपील की। उन्होनें कहा कि इस प्रकार के आरोपियों के ख़िलाफ़ सख़्त से सख़्त कार्यवाही की जायेगी। डिप्टी कमिश्नर ने पत्रकारों की तरफ से इस प्रकार की कमिया और अधिक पैसे वसूलने को उजागर करने के लिए किये गए प्रयत्नों की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे प्रयत्नों के साथ न सिर्फ़ बेनियमियों का खुलासा होता है, बल्कि इसके व्यवस्था में और पारदर्शिता आती है।

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