होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। मुस्लिम महासभा पंजाब होशियारपुर की बैठक मंजूर मुहम्मद की अध्यक्षता में बंजर बाग में की गई। इस अवसर पर समाज सेवक रौशनद्दीन सापड़ा, शिवसेना बाल ठाकरे पार्टी के सीनियर नेता जावेद खान, मुहम्मद असलम उर्फ चाचा मौजूद ने इस बैठक के मुख्यातिथि सितार मुहम्मद झिबड़ा कनवीनर मुस्लिम महासभा तथा उनकी पूरी टीम का पहुंचने पर स्वागत किया। बैठक का मुख्य मकसद मूल-पंजाबी मुस्लिम समाज को अपने सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक तथा राजनीतिक तौर पर जागरूक करके अपने हकों के लिए खड़ा करना है तथा इसके साथ-साथ मूल पंजाबी मुस्लिम समाज में आ रही कमियों को दूर करके समाज सुधार लहर चलाना है। इस अवसर पर बोलते हुये सितार मुहम्मद झिबड़ा कनवीनर मुस्लिम महासभा पंजाब ने बोलते हुए बताया कि आज मूल समाजी मुस्लिम समाज अपने आप को पिछड़ा हुआ महसूस कर रहा है क्योंकि 1947 के बंटवारे के बाद पिछड़े तथा उजड़े हुए मुस्लिम लोगों के लिए केन्द्र सरकार तथा पंजाब सरकार की ओर से उनका दुख समझने की कोशिश नहीं की गई और न ही किसी भी सरकार ने इन लोगों की कोई सुधि ली और न ही इन लोगों को सरकार द्वारा कोई राहत पैकेज देने का ऐलान किया गया क्योंकि 1947 के बंटवारे में सबसे ज्यादा नुक्सान इन पंजाब के मुस्लिम समाज का हुआ था।
उल्टा आज मूल पंजाबी मुस्लिम समाज के साधनों पर कब्ज़ा करने की कोशिश की जा रही है। जिसके कारण आज भी मुस्लिम समाज के लोग कब्रिस्तान, मस्जिदें, मदरसे तथा अन्य सहूलतों के लिए भी तरस रहे हैं। इस अवसर पर मन्जूर मुहम्मद, रौशनद्दीन सापड़ा तथा जावेद खां ने कहा कि सभी बातों को ध्यान में रखते हुये ही मुस्लिम महासभा पंजाब का गठन किया गया है ताकि मूल पंजाबी मुस्लिम लोगों की समस्याओं का समाधान किया जाये और उनके पूरे हक उनको मिल सके तथा उनकी वित्ती दशा को सुधारने के लिए केंद्र तथा पंजाब सरकार द्वारा कोई राहत पैकेज दिया जाए ताकि पंजाब के मूल मुस्लिम लोग मज़बूत तथा जागरूक होकर अपने हकों के लिए खड़े हो सकें तथ इसके साथ ही अपने अपने परिवार, समाज तथा देश की तरक्की में बढ़चढ़ कर योगदान डाल सकें और अपने देश के जिम्मेदार नागरिक बन सकें।
इस अवसर पर फरीक मल्लिक खड़ौदी, मुहम्मद परवेज़ कुरैशी होशियारपुर, परवेज़ मुहम्मद मेघोवाल, फरियाद अली कडियाणा, कर्मदीप साहदड़ा, मुहम्मद हरजीत साहदड़ा, मुहम्मद सद्दीक जंडू सिंघा, पंज़ेब खान भट्टी, ज़हीर खान बोहण, वीरद्दीन पुरहीरां, आबाद अली खैर अच्छरोवाल, मुहम्मद मुस्तफा बुलांवड़ी, रियाज़ मुहम्मद, नूर मुहम्मद, गुलज़ार मुहम्मद भाम, तरसेम मुहम्मद, सौदागर मुहम्मद, शरीफा बीबी, शीदां बीबी सतौर, मुहम्मद रफी, दिलदार मुहम्मद खुणखुनां, गुलाम फरीद, मुहम्मद बूटा आदि उपस्थित थे।