होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। साहित्य सदन होशियारपुर की ओर से चेतना प्रकाशन के प्रकाशक तथा लेखक सतीश गुलाटी के आगमन के अवसर पर शिवनामदेव अपना घर की लाईब्रेरी में एक साहित्यक समागम आयोजित किया गया जिसकी अध्यक्षता नरेन्द्र सिंह जस्सल, नाटककार , सतीश गुलाटी, जगजीत सिंह जौड़ा, सतिन्द्र सिंह आलम तथा डाक्टर मनमोहन सिंह दर्दी ने की। समागम के आरम्भ में प्रधानगी मंडल का स्वागत कहने के पश्चात नरेन्द्र सिंह जस्सल ने सतीश गुलाटी तथा चेतना प्रकाशन की संक्षेप में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सतीश गुलाटी ने पंजाबी, हिन्दी तथा उर्दू में राजनीतिक, धार्मिक तथा सभ्याचारक विषयों पर अपनी कलम चलाई है तथा उन्होंने बहुत उच्चकोटि का साहित्य देशों तथा विदेशों में पाठकों के रूबरू किया है। इसके पश्चात मंच संचालक निर्मल सिंह मानकू तथा महेश कुमार ने साहित्यक रचनाओं के पाठ के पश्चात नाटककार अशोक पूरी को श्रोताओं से रूबरू किया।
अशोक पूरी ने अपने सम्बोधन में बताया कि किसी भी विकसित समाज के लिए शब्द तथा साहित्य ही उत्तम पैमाना है। एक अच्छा साहित्य या अच्छी पुस्तक समाज में समानान्तर मानवीय चेतना पैदा कर सकती है। उन्होंने सतीश गुलाटी द्वारा शिवनामदेव लाईब्रेरी के लिए 150 पुस्तकें देने के लिए धन्यवाद किया। इस अवसर पर सतिन्द्र सिंह आलम ने सतीश गुलाटी की गज़लें दर्शकों से रूबरू कीं। इस प्र्रोग्राम को सफल बनाने के लिए सुखचैन सिंह, वरिन्द्र सिंह, मनजीत सिंह, सुरिन्द्र सिंह तथा राजिन्द्र सिद्धू का विशेष योगदान रहा है। प्रोग्राम में तबला वादक विक्रमजीत सिंह ने कला का उत्तम प्रदर्शन किया। इस अवसर पर संजीव कुमार, पुष्पा रानी तथा चमन लाल भी शामिल थे। प्रोग्राम के अन्त में नाटककार अशोक पूरी तथा नरेन्द्र सिंह जस्सल ने सतीश गुलाटी को उनकी साहित्यक देन तथा प्रकाशन के लिए सिरोपा देकर सम्मानित किया।