होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। विश्व के महानतम देश भारत का आज से पहले इतना दुर्भाग्य कभी नहीं हुआ कि देश को नरेन्द्र मोदी के रुप में सबसे निकम्मा प्रधानमंत्री मिला हो। जिसे अपने देश वासियों की जरा भी चिंता नहीं है, खासकर अन्नदाता किसान की, जो लंबे समय से अपने हकों की खातिर सडक़ों पर है। दुख की बात है कि जिस प्रधानमंत्री के पास मन की बात करने का तो समय है लेकिन मन एवं तन को तंदरुस्त रखने में सबसे बड़ा योगदान डालने वाले किसानों की बात सुनने का समय नहीं है। जिसके लिए मोदी की जितनी निंदा की जाए कम है।
यह बात हलका शाम चौरासी के विधायक पवन कुमार आदिया ने आज यहां जारी एक प्रैस विज्ञप्ति में कही। विधायक आदिया ने कहा कि देश का अन्नदाता सडक़ों पर है और कईयों ने अपने हकों के लिए प्राणों की आहुति तक दे डाली है। लेकिन दुख की बात है कि प्रधानमंत्री ने इनकी सुधि लेनी जरुरी नहीं समझी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देश के किसानों पर लगाए तीन कृषि कानून जिन्हें काले कानून करार दिया गया है, को बिना देरी रद्द करते हुए किसानों को राहत प्रदान करनी चाहिए। आज तक इतना लंबा संघर्ष कभी नहीं चला तथा इस मुद्दे को लेकर विश्व भर में देश की छवि को नुकसान पहुंचा है। जिसकी सारी जिम्मेदारी मोदी की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को बिना देरी किए किसानों से बात करनी चाहिए और उनकी मांगों को मानते हुए जहां तीनों काले कानून रद्द करने चाहिए वहीं शहीद हुए किसानों के परिवारों से माफी मांगनी चाहिए।
विधायक आदिया ने कहा कि मोदी जी होश करें और ध्यान से देखें जो सडक़ों पर बैठे हैं वह अपने ही देश के वासी हैं तथा इनकी बात सुनना आपका कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार व प्रधानमंत्री मोदगी का अगर इसी प्रकार अडियल रवैया रहा तो आने वाले समय में आंदोलन और तेज होगा तथा इसके साथ ही भाजपा का और भी तीखा विरोध किया जाएगा। विधायक आदिया ने किसानों से अपील की कि वह खुद को अकेला न समझें, वह ही नहीं बल्कि पूरी कांग्रेस व पंजाब सरकार उनके साथ है तथा उनके अधिकारों का हनन नहीं होने दिया जाएगा।