होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। आज़ाद किसान कमेटी दोआबा होशियारपुर के जिला अध्यक्ष हरबंस सिंह संघा की अगवाई में समूह किसान, मज़दूर तथा मुलाजिम संगठनों ने संयुक्त किसान मोर्चा दिल्ली के आदेशों के अनुसार पुरहीरां चौंक, फगवाड़ा रोड पर दोपहर 12 बजे से लेकर 2 बजे तक पूर्ण चक्का जाम किया। इस दौरान सिर्फ एम्बुलेंस आदि को ही जाने की इज़ाजत दी गई। हरियाणा के मुख्य मंत्री खॅटड़ के आदेश पर करनाल टोल प्लाज़ा पर करनाल के एस.डी.एम. ने किसानों के सर फोड़ने के आदेश दिये थे जिनकी पालना करते हुए हरियाणा पुलिस ने 70-75 वर्ष के बजुर्ग किसानों को दौड़ा दौड़ा कर सर फोड़े, बाजुओं तथा नाक तक लाठियां बरसाई। दूसरी तरफ जलियांबाला बाग अमृतसर में देसी जनरल डायर के आदेश पर किसानों पर लाठियां बरसाई गई, इन दोनो धटनाओं के मध्यनज़र यह जाम लगाया जा रहा है, यह जानकारी प्रधान हरबंस सिंह संघा ने पुरहीरां चौंक बाईपास होशियारपुर के चारों ओर के ट्रैफिक को जाम करते हुए किसानों को संबोधित करते हुए बताई। स. संघा ने कहा कि मोदी तथा खॅटड़ सरकार जितना किसानों पर जुल्म करेंगे किसान उनता ही मज़बूत हो कर इस संघर्ष को जीतेगा।
उपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुए राजिंद्र सिंह आज़ाद ने हरियाणा सरकार के करणाल के एस.डी.एम. आऊश जैन को तुरंत सस्पेंड करके गिरफ्तार करने की मांग की। स. अज़ाद ने कहा कि ऐसे अधिकारी ही हमारे द्वारा दिए हुए करों पर पल रहे हैं, यह हमारा मौलिक अधिकार है कि हर व्यक्ति अपने पर हो रहे जुल्मों के खिलाफ प्रदर्शन कर सके। किसान भी तीनों काले कानूनों को नुकसान होने के कारण रद्ध करवाने के लिए यत्नशील हैं। इसके पश्चात स. जसवीर सिंह जस्सा पूर्व सरपंच राजपुर भाईयां ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि हरियाणा के किसान हमारे भाई हैं हम उनके उपर हो रहे इस तरह के जुल्मों को नहीं बर्दाशत कर सकते, हम पंजाब में सभी किसान, मज़दूरों तथा मुलाजिमों को साथ लेकर संघर्ष को और तेज करेंगे। इसके पश्चात करनैल सिंह हारटा ने कविता के रुप में मोदी सरकार तथा भाजपा की खॅटड़ सरकार की जन विरोधी नीतियों का विरोध किया।
इस अवसर पर सुखपाल सिंह काहरी, अशोक कुमार शर्मा पट्टी, शाम सिंह मोना कलां, ज्ञान सिंह भलेठू, हरदयाल सिंह भरत, गुरदयाल सिंह हुक्ड़ां, दिलबाग सिंह काहरी, रजिंद्र सिंह आज़ाद, कुलदीप कुमार लवली पूर्व सरपंच बडला, करनैल सिंह हारटा, मनजीत सिंह फतेहगढ़ दलवीर सिंह काहरी, कुलवंत सिंह प्रधान पंजाब रोडवेज़, संतोख सिंह हारटा, हरजाप सिंह मक्खन राजपुर भाईयां तथा अन्य किसानों ने बड़े जोश के साथ सरकारों के खिलाफ अपना गुस्सा नारेबाजी करते हुए निकाला तथा आगे से भी आंदोलन में बढ़ चढ़ कर भाग लेने का प्रण किया।