नई दिल्ली (द स्टैलर न्यूज़)। दिल्ली में एक मुस्लिम शख्स ने खुद को हिंदू बताकर हिंदू महिला से शादी रचा ली। शादी के बाद उसने महिला को उसका धर्मांतरण कर मुस्लिम बना दिया। आरोप है कि उसने फर्जी आधार कार्ड बनाया था, जिसके जरिए उसने अपनी असल पहचान छुपा रखी थी। मामला कोर्ट में है। अब कोर्ट ने आरोपी को जमानत देने से इनकार कर दिया है। महिला ने आरोप लगाया कि उक्त व्यक्ति ने राहुल शर्मा नाम से फर्जी आधार कार्ड बनकर उससे शादी रचा गुमराह किया है। आरोपी ने महिला से मंदिर में शादी की थी। बेटी के जन्मदिन पर महिला को पता चला कि वह मुस्लिम है। फिर वह इस्लामी परंपरा के अनुसार शादी पर जोर देने लगा।
दबाव में महिला को उससे शादी करनी पड़ी। महिला समाज के डर से पुलिस प्रशासन के पास नहीं गई, जिसके बाद आरोपी ने उस पर इस्लाम कबूल करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। महिला भी मान गई और उसके बच्चे के भविष्य को देखते हुए 26 जून 2012 को शादी कर ली। आरोपी ने हिंदू धर्म का भी दुरुपयोग किया और महिला और बच्चे को प्रताडि़त किया। वहीं आरोपी का कहना है कि उसे झूठा फंसाया जा रहा है।
अब मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट जितेंद्र प्रताप सिंह ने आरोपी की जमानत याचिका खारिज कर दी और आधार कार्ड की जालसाजी को राष्ट्रीय सुरक्षा का गंभीर मामला बताया। उन्होंने कहा कि इस मामले की सरकारी एजेंसियों से जांच कराने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आधार कार्ड एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है। शादी से पहले आरोपी द्वारा महिला को दिखाए गए आधार कार्ड पर उसका नाम राहुल शर्मा था। स्थानीय पुलिस को यूआईडीएआई के जरिए कोई सूचना नहीं मिल सकी। इसकी जांच स्पेशल यूनिट करेगी।