गवर्नमेंट कॉलेज गेस्ट फैकल्टी असिस्टेंट प्रोफेसर्स एसोसिएशन की मांगों को जल्द माने सरकार: जिम्पा/सीकरी

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। गेस्ट फैकल्टी असिस्टेंट प्रोफेसर एसोसिएशन पंजाब का पंजाब के सरकारी कॉलेजों में छठे दिन भी धरना प्रदर्शन जारी रहा। इस मौके पर आम आदमी पार्टी के हलका इंचार्ज ब्रह्म शंकर जिम्पा विशेष तौर पर धरने में हाजिर हुए। श्री जिम्पा ने कहा कि आम आदमी पाटी गेस्ट फैकल्टी असिस्टेंट प्रोफेसर एसोसिएशन पंजाब के साथ कंदे से कंदा मिलाकर खड़ी है और हमेशा खड़ी रहेगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा प्रेमी होने के नाते इस धरने में शामिल हुए है और गेस्ट फैकल्टी असिस्टेंट प्रोफेसर एसोसिएशन की मांगों को जायज बताते हुए पंजाब सरकार की नीतियों को लिफाफेबाजी बताया। उन्होंने पंजाब सरकार को एसोसिएशन की मांगों को जल्द से जल्द हलक करने की मांग की। जिम्पा ने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता हरपाल चीमा भी एसोसिएशन के साथ पूरी तरह खड़े हैं।

Advertisements

छठे दिन भी जारी रहा गेस्ट फैकल्टी असिस्टेंट प्रोफेसर एसोसिएशन का धरना प्रदर्शन

इस मौके पर पंजाब यूनिवर्सिटी सैनेट मैंबर प्रो. संंदीप सिंह सीकरी ने कहा कि व गेस्ट फैकल्टी असिस्टेंट प्रोफेसरों ने कहा कि पंजाब सरकार पिछले 15-20 सालों से सरकारी कॉलेजों में कार्यरत गेस्ट फैकल्टी/पार्ट टाइम/कॉन्ट्रैक्ट टीचर्स के खिलाफ नये पद प्रकाशित कर हमारा रोजगार छिनने के लिये पूरी तरह तैयार है। अगर ऐसा हुआ तो हमारी नौकरी चली जाएगी और हमारे घरों की चिमनियां बुझ जाएंगी। एक तरफ पंजाब सरकार घर-घर जाकर रोजगार देने की बात कर रही है तो दूसरी तरफ पिछले 15-20 साल से सरकारी कॉलेजों में काम कर रहे शिक्षकों को नौकरी से निकालने की तैयारी कर रही है. वहीं उच्च शिक्षा विभाग को पत्र क्रमांक HED-EDU10 APPT/11/202106EDU/2171 के माध्यम से दिनांक 03/11/2021 को पत्र जारी कर नियमित प्राध्यापकों को प्रोन्नत कर प्राचार्य नियुक्त करने के स्थान पर पदोन्नत करना था। 12 सरकारी कॉलेजों के लिए। प्राचार्यों की सीधी भर्ती के लिए पत्र जारी किए गए हैं, वहीं दूसरी ओर प्राचार्यों को पदोन्नत कर उन्हें डीपीआई के पद पर नियुक्त करने के बजाय पीसीएस/आईएएस संवर्गों से डीपीआई पेश किए गए हैं। नतीजतन विभागीय पदोन्नति पर रोक लगाकर बाहर से सीधी भर्ती शुरू की गई है। इससे पंजाब के सरकारी कॉलेजों के प्राचार्यों और नियमित स्टाफ में नाराजगी की लहर दौड़ गई है।

उच्च शिक्षा विभाग, पंजाब की घातक नीतियों के कारण पंजाब गवर्नमेंट कॉलेज का माहौल दिन-ब-दिन बिगड़ता जा रहा है। इस प्रकार गेस्ट फैकल्टी शिक्षकों ने पंजाब सरकार से पिछले 15-20 वर्षों से पंजाब के सरकारी कॉलेजों, उच्च शिक्षा विभाग में कार्यरत गेस्ट फैकल्टी/अंशकालिक/अनुबंध शिक्षकों की नौकरी सुरक्षित करने और नियमित प्रोफेसरों को नियमित पदोन्नति देने की मांग की। और प्रधानाध्यापकों को बढ़ावा दें। और डीपीआई को प्राचार्यों के बीच से लगाया जाना चाहिए। पंजाब के सरकारी कॉलेजों को बचाकर अन्य सभी विभागों में मैटरनिटी लीव देने की मांग की जाए, लेकिन उच्च शिक्षा विभाग ने एक पत्र जारी कर गेस्ट फैकल्टी टीचर्स को इस बेनिफिट को वापस लेते हुए गेस्ट फैकल्टी टीचर्स का फायदा गलत तरीके से छीन लिया है। दूर के कॉलेजों में गेस्ट फैकल्टी शिक्षकों के जानबूझकर तबादले किए जा रहे है और पंजाब सरकार के उच्च शिक्षा विभाग से मांग की कि अन्य विभागों की तरह हमारे साथी शिक्षकों को भी मातृत्व अवकाश का लाभ दिया जाए और हमारी नौकरी सुरक्षित की जाए। इस अवसर पर प्रो.जसविंदर सिंह, प्रो.पलविंदर कौर, प्रो. रनजीत सिंह, प्रो. संदीप सिंह सीकरी, प्रो कुलविंदर कौर, प्रो.संजीव बंसल और कालेज के सभी प्रो. धरने में शामिल हुए।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here