जालंधर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: अभिषेक कुमार। पंजाब की कांग्रेस सरकार की ओर से किसानों से किए वादे पूरे न करने के विरोध में किसानों के धरने के कारण जालंधर-अमृतसर एवं जालंधर-पठानकोट रेल खंड पर जालंधर शहर और छावनी में तीन एक्सप्रेस ट्रेनों को रोकना पड़ा है। जालंधर सिटी रेलवे स्टेशन पर छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस मुंबई-अमृतसर के मध्य चलने वाली दादर एक्सप्रेस और वेरावल-अहमदाबाद-जम्मू तवी एक्सप्रेस को रोकना पड़ा है। इसी तरह, मालवा एक्सप्रेस को जालंधर छावनी रेलवे स्टेशन पर खड़ा करना पड़ा है। किसानों का धरना ब्यास और अमृतसर रेलखंड के मध्य होने के चलते दिल्ली से आने वाली शताब्दी एक्सप्रेस एवं शान-ए-पंजाब एक्सप्रेस को ब्यास रेलवे स्टेशन तक चलाया गया। वहीं से दोनों ट्रेनें अपने निर्धारित समय पर वापसी के लिए भी रवाना होंगी। जालंधर छावनी-जम्मू रेलखंड पर ट्रेनों का आवागमन टांडा के समीप दिए गए धरने की वजह से अवरुद्ध है। शाम चार बजे तक जालंधर सिटी रेलवे स्टेशन पर अमृतसर-जयनगर एक्सप्रेस, अमृतसर हावड़ा मेल समेत 4 ट्रेनों को रद किए जाने की घोषणा की जा चुकी थी। दादर एक्सप्रेस के जालंधर सिटी रेलवे स्टेशन पर रोक दिए जाने के चलते यात्री टैक्सी और बसों के जरिए रवाना हो गए, जबकि ट्रेन के रैक को सूरानुस्सी की तरफ रवाना किया गया।
बता दें कि सोमवार को किसानों ने जंडियाला-मानावाला के बीच, टांडा उड़मुड़-खुड्डा कुराला के बीच, फिरोजपुर में टैंक वाला आरयूबी के ऊपर और अमृतसर खेमकरण रेलखंड पर तरनतारन में रेलवे ट्रैक पर धरना दिया है। धरना दे रहे किसानों का कहना है कि वर्ष 2017 में कांग्रेस सरकार ने जो वादे किए थे, उन्हें पूरा नहीं किया गया है। पंजाब सरकार ने किसानों का कर्ज माफ नहीं किया। आंदोलनों के दौरान किसानों पर दर्ज केस वापस नहीं लिए। इसके अलावा खराब हुई फसल का मुआवजा भी अभी तक नहीं दिया गया है। इसके अलावा भी किसानों की कई अन्य मांगें हैं।