नई दिल्ली (द स्टैलर न्यूज़)। दिल्ली पुलिस ने एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह गिरोह चोरी के साथ-साथ लूट को अंजाम देता था। इस गिरोह का सरगना एक बांग्लादेशी नागरिक है। इनका चोरी और लूट का तारीका बहुत अलग था। गिरोह का सरगना और एक और सदस्य अपनी पत्नियों को नौकर बनाकर कोठियों और बंगलों में भेजते और उनकी पत्नियां ही अपने मालिक के घर की रेकी कर वारदात को अंजाम देने में गिरोह के पुरुष सदस्यों की मदद करतीं थी।
गिरोह का सरगना शहादत खान एक बांग्लादेशी नागरिक है, जिसे पुलिस ने बेंगलुरू जा रही फ्लाइट को रुकवाकर ही गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया है कि उसके चार साथी भी पकड़े गए हैं। इनकी शिनाख्त दिल्ली के रहने वाले सुभान उर्फ सोनू, शाहीन, जावेद अली और विजय कुमार के रूप में की गई है। इनके पास से सोना, चाँदी, नकदी रुपए, कीमती घडिय़ां और मोबाइल मिले हैं। शहादत दिल्ली की सीमापुरी में स्थित झुग्गियों में रहता था। शहादत और उसका साथी शाहीन अपनी बीवी को बड़े घरों में नौकरानी बनाकर भेजते थे। वहाँ जाकर उनकी बीवियां घर में पैसा और सामान बारे जानकारी जुटाती और उनकी रेकी के बाद दी जानकारी के आधार पर गिरोह के बाकी सदस्य वारदात को अंजाम देते थे। लूट और चोरी का माल जावेद और विजय चोरी का माल खरीदते थे। ज्यादातर बंद पड़े घरों को ही निशाना बनाया जाता था। चोरी का समय रात में रखा जाता था। अगर किसी घर में सदस्य मौजूद रहते और उनकी नींद खुल जाती तो ये उन्हें बंधक बना लेते थे। फिलहाल शहादत की बीवी सलमा और शाहीन की बीवी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।