मुकेरियां (द स्टैलर न्यूज़)। श्री राधा कृष्ण मंदिर गांव तगड़ खुर्द में रामनवमी पर्व धूमधाम व उत्साह के साथ मनाया गया। शनिवार को मां दुर्गा पूजा करवाई गई। रविवार सुबह हवन यज्ञ के बाद श्री रामायण जी के पाठ के भोग डाले गए तथा दोपहर को लंगर का आयोजन किया गया।
इस मौके पर शास्त्री पंडित अनूप शर्मा ने उपस्थित राम भक्तों को बताया कि हिन्दू धर्म के अनुयायियों के लिए रामनवमी का महत्व बहुत अधिक है। चैत्र नवरात्रि के अंतिम दिन रामनमवी का त्योहार भव्यता के साथ मनाया जाता है। इसी दिन भगवान विष्णु ने अपने मानव रूप में पृथ्वी पर भगवान राम अवतार लिया था। हिन्दू धर्म ग्रंथों के अनुसार भगवान श्री राम का जन्म अयोध्या में सूर्यवंशी राज्य में शुक्ल पक्ष में नवमी तिथि को हुआ था। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस दिन चैत्र महीने के दौरान चंद्रमा की पूर्णिमा का चरण था। इस दिन को अत्यंत पवित्र माना जाता है और इसलिए इसे पूरे देश में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। भगवान राम के व्यक्तित्व की गणना करने वाले सभी पारंपरिक शास्त्रों और पाठों में रामनवमी का विशेष महत्व है। हिंदुओं के सबसे पवित्र धर्म ग्रंथ रामायण में श्री राम जी के जन्म की कहानी बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। अयोध्या के राजा दशरथ और उनकी तीन रानियों द्वारा किए गए अनुष्ठान के बाद भगवान राम का जन्म अयोध्या के सूर्यवंशी राज्य के उत्तराधिकारी के रूप में हुआ था। उन्होंने बताया कि भगवान राम श्री हरि विष्णु जी के सातवें अवतार माने जाते हैं। इसलिए श्री राम का जन्म का महत्व काफी अधिक है।
इस समय पंडित अनूप शास्त्री, कमेटी अध्यक्ष तरसेम सिंह ,कोषाध्यक्ष सुरम सिंह, सचिव जगदीप सिंह,नंबरदार स्वर्ण सिंह, ठाकुर सुभाष चन्द्र, खजूर सिंह,राजेश मन्हास ,शांति स्वरूप,वेणु गोपाल ,सुरिन्द्र सिंह,रोहित सलारिया, पूर्व प्रधान अवतार सिंह ,टोनी चिब ,रोकी चिब ,करनैल सिंह व अन्य उपस्थित थे।