होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। युवा परिवार सेवा समिति के द्वारा रोशन ग्राउंड में सात दिवसीय श्री राम कथामृत का भव्य आयोजन किया गया है। जिसमें दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान से श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी सुश्री श्रेया भारती जी ने चतुर्थ दिवस में सीता स्वयंवर के बारे में बताया कि किस प्रकार प्रभु श्रीराम जी अपनी दिव्य लीलाओं को करते हुए गुरूकुल से अपनी शिक्षा का अध्ययन करते हुए अयोध्या में पुन: लौटते है। तत्पश्चात विश्वामित्र जी राजा दशरथ के पास प्रभु श्री राम व लक्ष्मण को मांगते है और श्रीराम अपने कार्य की पृष्ठ भाूमि तैयार करते हुए मार्ग में ताडक़ा का वध करते है व आगे बढतें हुए गौतम ऋ षि की पत्नी अहल्या का अद्धार करते हैं एवं यज्ञ की रक्षा के उपरान्त गुरू विश्वामित्र जी के साथ जनकपुरी में प्रवेश करते हैं और भगवाल शिव के धनुष को भंग कर जानकी जी से विवाह करते है।
विवाह उत्सव में माताएं गोदान करती हैं। साध्वी जी ने कहा कि गाय हमारी संस्कृति का आधार और समाज का मेरूदंड है जिसे सुरक्षित रखने की आवश्यकता है। उन्होनें कहा गाय की रक्षा ही भारत की रक्षा है गाय माता को सुरक्षित करो जो हमारी कृषि तंत्र का आधार है जो पर्यावरण की दात्री है जो समाज का आधार हो उसे संरक्षित करो उठो भारत वासियों चलो संस्कृति की ओर बढ़ो, गाय की ओर बढ़ो।
इस अवसर पर ज्योति प्रज्जविलत करने के लिए विशेष रूप से स्वामी उमेशानंद, मुनीष गुप्ता (बिल्ला ब्रिक्स), रणजीत जी यूएसए, तीक्ष्ण सूद पूर्व कैबनिट मंत्री, मेयर शिव सूद, पवन आदिया एममलए शामचौरासी, कुसुम आदिया, तरनजीत कौर सेठी जिला प्रधान महिला कांग्रेस, रोबिन सांपला, अरविंद प्रकाश वर्मा तहसीलदार, सुनील कुमार, विजय सूद, राकेश अग्रवाल, अशोक, सुमेश सोनी, राजेश गुप्ता, यूथ अध्यक्ष नवप्रीत रैहिल, संजीव सूद, संदीप जोशी, प्रदीप कालिया व पहुँचे।
अंत में प्रभुु की पावन आरती में प्रवीन गुप्ता, अरूण कुमार, डी.पी. सोनी, संजीव अरोड़ा, दीपक मेहन्दीराता, एसएन शर्मा, डा. अरूण कुमार, देवराज काटारिया, पंडित विकास शर्मा, विकास विधिचन्द, जोगिन्दरपाल मोदी, डा. प्रितपाल पनेसर, डा. मनीशा पनेसर, सुरिन्दर अग्रवाल, सुनील, सुभाष गंभीर, राजिन्दर मोदगिल, एच.के. नाकड़ा,चन्द्र शेखर, दविन्द्र अरोड़ा, एन.के. गुप्ता, तरसेम मोदगिल, रमेश चन्द्र अग्रवाल, सुरिन्द्रर सैनी ओवीसी र्मोचा, संजय मरवाहा, संजीव मरवाहा, मनोज मरवाहा, रिश्ब मरवाहा और महानुभाव सम्मलित हुए।