फेसबुक वार: पोस्ट पर कॉमेंट से झिल्लाई कांग्रेसी नेत्री ने युवती को पीटा

congress-woman-leader-his-husband-beat-girl-hoshiarpur-punjab.jpg

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। इन दिनों शहर में एक कांग्रेसी नेत्री की चर्चाएं खूब जोरों पर हैं। पिछले दिनों गेहूं वितरण को लेकर चर्चा में आई नेत्री जी की एक और करतूत सामने आने से उनकी शहर में खूब खिल्ली उड़ रही है तथा उनके द्वारा एक गरीब व असहाय युवती के साथ मारपीट किए जाने से लोगों के दिल में उनके प्रति काफी रोष भी है। हालांकि डरी-सहमी युवती ने इस बारे में न तो पुलिस में शिकायत की और न ही उसने किसी से इसका जिक्र किया, मगर जिन लोगों ने प्रत्यक्ष रुप से सारा माजरा देखा उनके दिनों में इसकी चीस उठी हुई है और हर कोई नेत्री के व्यवहार से काफी हैरान व परेशान है।

Advertisements

जानकारी अनुसार कांग्रेसी नेत्री को गुस्सा इसलिए आया क्योंकि गत दिवस गेहूं वितरण को लेकर फेसबुक पर नेत्री के किसी करीबी द्वारा फोटो अपलोड कर दी गई थी, जिसके बाद उस फोटो के नीचे कमैंट आने शुरु हो गए, इसी बीच नेत्री के वार्ड की एक युवती ने भी अपने मन की बात कह दी। जिससे झिल्लाई नेत्री ने अपने पति के साथ मिलकर युवती को देर सायं सडक़ पर घेर लिया और उसे फेसबुक पर बड़े कमैंट करदी ऐं, कहकर बुरा भला कहना शुरु कर दिया। युवती द्वारा इसका विरोध जताए जाने पर नेत्री जी आपे से बाहर हो गईं और उन्होंने आव देखा न ताव और युवती को थप्पड़ जडऩे शुरु कर दिए। यहीं बस नहीं! नेत्री के पति ने भी युवती पर हाथ उठाने से परहेज नहीं किया और एकाध थप्पड़ उसने भी जड़ दिया। सडक़ पर हो रहा हंगामा देख आसपास के लोग इक_ा होना शुरु हो गए और उन्होंने युवती को उसके चंगुल से छुड़ाया। जब इस मामले की वजह सामने आई तो लोगों ने नेत्री को खूब खरी खोटी सुनाई कि फेसबुक पर फोटो या किसी अन्य तरह की पोस्ट डालने पर उससे जुड़े लोग अलग-अलग प्रकार के कॉमेंट करते हैं तथा उसमें बुरा लगने वाली कोई बात नहीं होनी चाहिए, क्योंकि दिन में लाखों लोग प्रधानमंत्री मोदी व पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जैसी महान शख्शियतों पर न जाने कितने कॉमेंट करते हैं, तो क्या वे लोगों से झगडऩे लगें। मगर जुम्मा-जुम्मा एक साधारण महिला से राजनीतिज्ञ बनी उक्त नेत्री जी के दिमाग पर सत्ता का नशा साफ देखा जा सकता है। जिसके चलते उन्हें बात करने का सलीका भी शायद भूलती जा रही हैं। नाम न छापने की शर्त पर लोगों ने बताया कि नेत्री जी तो यहां तक भी धमकी देने से बाज नहीं आ रहीं कि “मैं देखदी आं कि तुहानूं भलाई स्कीमां दा लाभ किद्दां मिलदा”, “सरकार साडी, स्कीमां साड़ीयां, साड़ी मर्जी तों बिना किद्दां किसे नूं मिल जू”।

राजनीतिक माहिरों की माने तो जिस वार्ड से नेत्री जी संबंध रखती हैं वे भाजपा का वार्ड है और पिछले लंबे समय से भाजपा की वहां से जीती होती आई है, ऐसे में जहां अपनी पैंठ बनाने के लिए नेत्री को लोगों से प्यार से और बड़ी ही सूझबूझ से काम लेते हुए लोगों के अधिक से अधिक काम करवाकर उन्हें अरपने पक्ष में करने का अब ये मौका है तो नेत्री जी इसके विपरीत जाकर लोगों को भराबुरा कहने के साथ-साथ अब हाथ उठाने जैसी हरकतों को अंजाम देकर जहां अपनी छवि खराब कर रही हैं वहीं पार्टी का अक्स भी धूमिल करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहीं। भले ही ये बात करीब एक सप्ताह पुरानी है, मगर इसकी टीस आज भी लोगों के दिलों में है तथा वार्ड के साथ-साथ अब ये चर्चा पूरे शहर में राजनीतिक गलियारों में रंगत भर रही है। जिसके चलते लोग उसके आका पर भी फब्बितयां कसने से खुद को नहीं रोक पा रहे। अब देखना ये होगा कि पार्टी अपनी इस नेत्री की हरकतों पर लगाम लगाने के लिए किस तरह के कदम उठाती है तथा भविष्य में कोई ऐसा न करे इसके लिए कैसे मापदंड तय किए जाते हैं।

जिस प्रकार एक लंबे समय के बाद केन्द्र में भाजपा ने सत्ता प्राप्त करने में सफलता पाई उसी प्रकार पंजाब में अकाली-भाजपा के 10 सालों के शासनकाल के बाद कांग्रेसियों को सत्ता सुख की प्राप्ति हुई है। मगर, यह सत्ता सुख इतनी जल्दी सिर चढक़र बोलने लगेगा इसका शायद ही किसी ने अनुमान लगाया हो। आलम ये है कि 10 साल से सत्ता से दूरी की दर्द सत्ता सुख में इतनी जल्दी कहीं गुम हो जाएगा। मगर नेताओं को आगे की पांच साल की सोचकर कदम उठाने चाहिए।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here