होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। भाजपा नेताओं पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद, पूर्व मेयर शिव सूद, जिला उपा अध्यक्ष सुरेश भाटिया(बिट्टू), अश्विनी गैंद, यशपाल शर्मा, जिलाध्यक्ष निपुण शर्मा, जिला महामंत्री विनोद परमार, मीनू सेठी,विजय पठानिया, पार्षद सुरिंदर पाल भट्टी, नरिंदर कौर, एडवोकेट गुरप्रीत कौर, गीतिका अरोड़ा, जिंदु सैनी, मोहिंदर पाल राजा सैनी, अर्चना जैन, अश्वनी विग, शरद सूद, बब्लू पुरी, कमल सेतिया, कृष्ण अरोड़ा, संजीव अरोड़ा, अशोक कुमार, अमरजीत सिंह लाडी द्वारा जारी प्रेस नोट में आम आदमी पार्टी द्वारा विपक्षी दलों के पार्षदों को तोड़ कर अपनी पार्टी में शामिल करने का गंभीर नोटिस लेते हुए कहा गया है, कि सत्ता के बल पर तथा लालच देकर चुने हुए जनप्रतिनिधियों को आम आदमी पार्टी में शामिल करने की जो प्रतिक्रिया आम आदमी पार्टी द्वारा शुरू की गई है वह दुर्भाग्यपूर्ण व घोर निंदनीय है। उन्होंने कहा कि जब से आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है तब से ही अफबाहें फ़ैल रही थी कि कांग्रेस कीबहुमत से बनी नगर निगम को तोड़कर आम आदमी पार्टी के बहुमत वाली नगर निगम बनाई जाएगी।
स्थानीय विधायक व मंत्री ब्रह्म शंकर जिंपा खुद भी नगर निगम होशियारपुर के आजाद चुने गए पार्षद रहे हैं इसलिए सभी पार्षदों से उनका व्यक्तिगत संपर्क तो रहा ही है, परंतु अब आम आदमी पार्टी के द्वारा चलाई गई मुहिम के अंतर्गत दूसरी पार्टी के चुने गए पार्षदों को उनके वार्डों में काम करवाने के तथा निगम में अच्छे पद देने व अन्य बड़े- बड़े लालच देकर तथा इसके साथ ही उनके वार्डों के काम रोकने के डरावे देकर उन्हें अपने पाले में लाने के लिए प्रयत्न शुरू किए गए हैं. जिनको फल लगना शुरू हो गया है. इसलिए लालच में आकर बहुत से पार्षदों ने आम आदमी पार्टी में शामिल होना शुरू कर दिया है।
भाजपा नेताओं ने कहा बेशक नगर निगम स्तर पर दल बदल विरोधी कानून नहीं लगता, परंतु नैतिकता का तकाजा है और पार्टी के निशान पर चुना गया पार्षद पहले नगर निगम से त्यागपत्र देकर नए सिरे से चुनाव लड़ के नई पार्टी में शामिल हो। इसी तरह आम आदमी पार्टी को भी नैतिकता के आधार पर दूसरी पार्टियों से जीते पार्षदों की हॉर्स ट्रेडिंग ना करते हुए उन्हें त्यागपत्र दिलवा कर पार्टी में शामिल करके चुनाव लड़ाना चाहिए। मौजूदा स्थिति में पार्षदों का दलबदल निंदनीय तथा दुर्भाग्यपूर्ण है। भाजपा इसका कड़ा विरोध करती है।