चंडीगढ़ (द स्टैलर न्यूज़): मुस्लिम प्रचारक मौलाना जर्जिस अंसारी द्वारा सोशल मीडिया पर सांझा किए गए अपने वीडियो में दलितों और महिलाओं पर की गई जातिवादी टिप्पणी का कड़ा संज्ञान लेते हुए, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) ने अपने चेयरमैन विजय सांपला के आदेश पर उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारियों को नोटिस जारी कर 21 जून तक एक्शन टैकन रिपोर्ट देने को कहा। ट्विटर पर वायरल वीडियो में मौलाना जर्जिस अंसारी महिलाओं के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए हद तब पार कर जाते हैं जब महिलाओं को अपनी छोटी सोच के मुताबिक और नीचा दिखाने के लिए उनकी तुलना दलित महिलाओं से करते है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, एक व्यक्ति ने कहा कि: “जातिवादी टिप्पणी करने वाले को बख्शा नहीं जाना चाहिए, चाहे वह किसी भी धर्म या समुदाय का हो। अंसारी लगातार नस्लीय टिप्पणी कर रहे हैं जिसके खिलाफ एससी/एसटी एक्ट में जल्द से जल्द एफआईआर होनी चाहिए”।
सोशल मीडिया पर अंसारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विजय सांपला ने कहा कि “यह भारत की महिलाओं, विशेष रूप से अनुसूचित जाति की महिलाओं का बहुत बड़ा अपमान है। मामले का संज्ञान लेते हुए एक नोटिस जारी किया गया है और हम अंसारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे”। आयोग ने मुख्य सचिव (उत्तर प्रदेश सरकार), पुलिस महानिदेशक (उत्तर प्रदेश पुलिस), जिला मजिस्ट्रेट (जिला इटावा) और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (जिला इटावा) को मामले की जांच कर 21 जून तक एक्शन टैकन रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा है।
सांपला ने अधिकारियों को आगाह किया कि यदि निर्धारित समय के भीतर कार्रवाई की रिपोर्ट प्राप्त नहीं होती है, तो आयोग भारत के संविधान के अनुच्छेद 338 के तहत दीवानी अदालत की शक्तियों का प्रयोग कर सकता है और दिल्ली में आयोग के समक्ष व्यक्तिगत उपस्थिति के लिए समन जारी कर सकता है।