पिछड़े इलाकों में आज भी महिलाओं का शोषण इस कद्र जारी है कि महिला अधिकार सुरक्षा की बातें बेमाइने सी प्रतीत होती हैं। गत दिनों राजस्थान के जोधपुर जिले की तहसील बाप के अंतर्गत पड़ते गांव कालू खान की ढाणी में गौना करने से नाराज एक मुस्लिम युवक अपने दुस्तों के साथ ससुराल पहुंचा और उसने गंडागर्दी का ऐसा नंगानाच खेला कि इससे जहां कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान लगे वहीं लोगों की घटिया मानसिकता का भी खुलासा हुआ तथा इस घटना ने साबित कर दिया कि देश में महिलाओं के प्रति अभी भी लोग मानसिक बीमारी से ग्रस्त हैं।
सारी घटना का खुलासा एक वीडियो के वायरल होने के बाद हुआ। वीडियो में दो युवकों में एक युवक बुरी तरह से महिला को पीट रहा है तथा दूसरा जबरदस्ती लडक़ी को पकड़ कर ट्रैक्टर पर बिठाता हुआ नजर आ रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि लडक़े ने गुंडागर्दी करते हुए कितनी बुरी तरह से महिला को पीटा और उसके मना करने के बावजूद युवक उसकी नाबालिग बेटी को उठाकर ले गया। वीडियो में बेटी को ले जाने से मना करने पर पिटाई का शिकार महिला चिल्लाती रही और उसके अन्य बच्चे बुरी तरह से रोते रहे, मगर युवक गंडागर्दी का नाच खेलते हुए लडक़ी को ले गए।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार लडक़ी की मां नेमत चाहती थी कि जब तक उसकी लडक़ी 18 साल की न हो जाए तब तक ससुराल नहीं भेजेगी। इस बात से गुस्साए शौकत ने अपने गुंडे दोस्तों के साथ अपने ससुराल पहुंच कर न केवल अपनी सास के साथ मारपीट की बल्कि लडक़ी को जबरदस्ती उठाकर ले आया। इस घटना के उपरांत नेमत ने पुलिस में लडक़ी के अपहरण का मामला दर्ज करवाया तथा इसके बाद पुलिस ने शौकत और उसके दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है। वीडियो देश भर में वाट्सएप और फेसबुक तथा यू-ट्यूब पर काफी वायरल हो रही है तथा वीडियो को देखकर गुंडागर्दी की हद देखी जा सकती है तथा ये भी सवाल है कि जब सरकार ने विवाह की 18 व 21 साल की उम्र निर्धारित की है तो आज भी पिछड़ेपन का शिकार लोग कानून के विपरीत किस हद तक जाकर मनमर्जी करने पर उतारु हो जाते हैं।