गंदे पानी का प्रबंधन कर मॉडल गांव के तौर पर उभरा दबुर्जी      

होशियारपुर, (द स्टैलर न्यूज़)। राजस्व, आपदा प्रबंधन और जल सप्लाई व सैनीटेशन मंत्री पंजाब ब्रह्म शंकर जिम्पा ने बताया कि जिले का गांव दर्बुजी गंदे पानी का प्रबंधन कर प्रदेश भर में मॉडल गांव के तौर पर उभरा है। उन्होंने बताया कि गांव दबुर्जी में गंदे पानी को थापर माडल के माध्यम से संशोधित कर गांव की 100 एकड़ जमीन की सिंचाई के लिए प्रयोग किया जा रहा है। और तो और जिस स्थान पर यह प्रोजैक्ट स्थापित किया गया है, उस साइट को पेंट कर खूबसूरत रंगत दी गई है व पौधों ने इस स्थान को रमणीक बना दिया है। यहां स्ट्रीट लाइटों व बैठने के लिए बैंचों का प्रबंध भी किया गया है। इस स्थान की सफाई को यकीनी बनाया गया है व इसके आस-पास खाली स्थान पर गांव वासी अब सैर करते हैं।

Advertisements

कैबिनेट मंत्री ने बताया कि गांव दबुर्जी अन्य पंचायतों के लिए रोल माडल के तौर पर काम कर रहा है ताकि पंजाब के अन्य गांवों को अपने नक्शे कदमों पर चलने के लिए प्रेरित कर सके। उन्होंने बताया कि गांव दबुर्जी में कुल 170 घर हैं व 1400 जनसंख्या है। गांव के सभी घरों के पास टूटी वाले पीने योग्य पानी के कनेक्शन है। सप्लाई किए पानी का 65-70 प्रतिशत हिस्सा घरों की साफ-सफाई, रसोई व बाथरुम में प्रयोग के बाद खुले में या पानी के अन्य ोतों में बह जाता था। यह गंदा पानी कई बीमारियों का कारण बनता व इससे वातावरण व स्वास्थ्य को नुकसान भी पहुंचता। गांव स्तर पर इस पानी के ट्रीटमेंट के लिए सिस्टम का न होना खलने लगा था। चाहे 170 घरों के गंदे पानी को ड्रेनेज लाइन के साथ जोडक़र खुले स्थान में छोड़ दिया जाता था पर यह बात अस्थायी थी।

कैबिनेट मंत्री ने बताया कि गांव के लोगों की इस समस्या के समाधान  व जागरुकता फैलाने के लिए स्वच्छ भारत मिशन(ग्रामीण) की टीमों ने दौरा किया। टीम के सदस्यों के परामर्श के बाद, यह प्लांट पिछले वर्ष पूरी तरह से कार्यशील हो गया। इस उद्देश्य के लिए गांव की ओर से केंद्रीय, राज्य योजनाओं के माध्यम से 35 लाख 39,080 रुपए का प्रबंध किया गया था। इस प्रोजैक्ट साइट को कुल 1 एकड़ रकबे में स्थापित किया गया है। गंदे पानी के संशोधन के बाद इसका प्रयोग पाइप के माध्यम से गांव की100 एकड़ जमीन की सिंचाई के लिए किया जा रहा है। खेतों में पानी के बेहतर बहाव के लिए हाल ही में एक मोटर भी लगाई गई है। प्लांट की स्थापना से स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिला है व गांव की नुहाल भी बदली है। इस प्रोजैक्ट में बने तालाबों के लिए एक सैनीटेशन कर्मचारी को मासिक वेतन पर नियुक्त किया गया है। प्रोजैक्ट की सुचारु कार्यशीलता को यकीनी बनाने के लिए कमेटी सदस्यों की ओर से समय-समय पर चैकिंग भी की जाती है।

ब्रह्म शंकर जिम्पा ने बताया कि गांव में यह प्रोजैक्ट स्थापित होने के बाद एक महत्वपूर्ण बदलाव देखा गया है। गांव में न तो अब आस-पास गंदा पानी खड़ा दिखाई देता है व न ही कूड़े या खड़े पानी की बदबू आती है। प्रोजैक्ट साइट गांव के लोगों का सबसे मनपसंद स्थान बन गया है। हर आयु वर्ग के लोग सुबह व शाम की सैर के लिए यहां आते है व खाली समय बिताते हैं। साइट के आस-पास लगे पेड़ वातावरण को और खुशगवार बनाते हैं। स्ट्रीट लाइटें भी लगाई गई है ताकि रात के समय रोशनी का प्रबंध रहे। वर्णनीय है कि केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय ने वर्ष 2020-21 के लिए गांव दबुर्जी को पंजाब के साफ व  हर-भरे गांव के लिए दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण अवार्ड से सम्मानित किया था।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here