होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: हरपाल लाडा/जतिंदर। पूर्व फौजी एवं अध्यापक इंद्रजीत चौधरी द्वारा लिखित पुस्तक का विमोचन करने हेतु समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर अंतराष्ट्रीय गजल गायक गुरदीप सिंह, मास्टर कुलदीप सिंह जंडा, मास्टर रघुवीर सिंह गुरुजी, मास्टर निर्मल सिंह गुरुजी, प्रिंसीपल डा. धर्मपाल साहिल एवं हरचरन सिंह पटियाला ने मुख्यातिथि के तौर पर पहुंचकर पुस्तक का काव्य संग्राह मैं खामोश हूं का विमोचन किया। इस मौके पर गुरदीप सिंह ने कहा कि इंद्रजीत चौधरी जिन्होंने फौज में रहते हुए जहां देश की सेवा की। वहीं अध्यापन से जुडक़र शिक्षा जगत में भी सराहनीय सेवाएं निभाई हैं। उन्होंने कहा कि इंद्रजीत चौधरी द्वारा रचित काव्य संग्राह उनकी लेखनी कौशल को ब्यान करता है। इस अवसर पर डा. धर्मपाल साहिल ने कहा कि एक अध्यापक के तौर पर इंद्रजीत चौधरी द्वारा लिखा गया काव्य संग्राह पढक़र जीवन की कई सचाईयों से व्यक्ति रूबरू होता है।
इन्होंने अपनी कविताओं के माध्यम से बहुत सारे अनछुए पहलुओं को व्यक्त करने का बहुत ही स्टीक प्रयास किया है। सभी मेहमानों का स्वागत एवं आभार व्यक्त करते हुए काव्य लिखने एवं इसका संग्राह करने संबंधी जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि उन्हें बचपन से ही लिखने का शौक था, लेकिन नौकरी की व्यस्तताओं के चलते वह अपने काव्य को संग्राहित नहीं कर पाए थे। लेकिन डा. धर्मपाल साहिल और गुरदीप सिंह व अन्य सहयोगियों का साथ मिलने से उनका यह सपना साकार हो पाया है। उन्होंने पुस्तक में अंकित कुछ कविताओं की पंक्तियां भी सुनाई। जिसमें ख्यालों की ताबीर से जिंदगी उलझा ली इतनी, कि हकीकत में रहने का सालीका ही हम भूल गए यह तथा मेरी इच्छा थी कि दुनिया का ढंग जान लूं मेरी चाहता थी कि दुनिया का रंग जान लूं श्रोताओं ने काफी पसंद की। इस अवसर पर लेखक इंद्रजीत चौधरी की पत्नी जसविंदर कौर एवं बेटा केशव चौधरी के अलावा संजीव चौधरी, मैडम वरदीप कौर, रजिंदर कौर, मास्टर जीवन लाल, मास्टर जौहल, मास्टर राजीव तलवाड़ आदि मौजूद थे।