PFI पर नकेल मोदी ही डाल सकते है-निपुण शर्मा

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़): देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त संगठन PFI पर बैन लगने के बाद भाजपा जिलाध्यक्ष निपुण शर्मा,पार्षद सुरिंदर भट्टी,राजा सैनी,बलराम शर्मा,अंकित नैय्यर ने जारी प्रेसविज्ञप्ति में कहा कि भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा PFI पर प्रतिबंध का स्वागत करते है।जिलाध्यक्ष शर्मा ने कहा कि राष्ट्र विरोधी गतिविधियों का पर्याय एवं राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए पीएफआई ख़तरा बन चुका था।इसलिए मोदी सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने वाला यह साहसिक फैसला लेकर एकबार फिर आतंकवाद पर ज़ीरो टॉलरेंस की अपनी बात को सच साबित  किया है।

Advertisements

शर्मा ने कहा कि पीएफआई पर प्रतिबंध इस तथ्य को दोहराता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार उन ताकतों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करती है, जिनका उद्देश्य देश में शांति व स्थिरता को बाधित करना होता है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार देश की एकता,अखंडता और सुरक्षा सुनिश्चित कर रही है। शर्मा ने कहा कि PFI पर प्रतिबंध लगने से उनके राजनीतिक आकाओं व समर्थकों के भी होश फाख्ता है।केंद्र सरकार को उन पर भी कार्रवाई करके सारे देश के सामने असली चेहरे लाने चाहिए।

शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार के इस फैसले से देश विरोधी ताकतों को अब पता लग रहा है कि यह देश नरेंद्र मोदी का भारत है, यहां आतंकवाद व उसके पोषण करने वालो के लिए कोई जगह नही है। शर्मा ने प्रतिबंध लगाए जाने को देशहित में की गई कार्रवाई करार देते हुए कहा कि कुछ राजनीतिक दल ऐसे हैं जो इस कार्रवाई को लेकर भी सियासी नफा-नुकसान का गुणा-भाग कर रहे हैं।लोकतंत्र के खिलाफ हिंसक साजिश के तहत गतिविधियां चला रहे कुछ संगठनों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई है। देश की सुरक्षा हमारी ताकत है।यह कार्रवाई देश की सुरक्षा और देशहित में है,लेकिन अफसोस की बात है कि पहले कुछ राजनीतिक दल ऐसे लोगों को प्रश्रय दे रहे थे। ऐसे ही लोग अब भी उनके साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं। यही लोग कभी सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल करेंगे। जब इस तरह के संगठनों (पीएफआई) पर कार्रवाई होती है तो ये लोग इनके साथ खड़े होते हैं।

भाजपा नेताओं ने भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने का सपना देखने वाले PFI के विषैले सपोलों पर बैन लगाने के लिए पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह जी का आभार जताया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here