पंजाब सरकार प्रदेश के 800 प्राईमरी स्कूलों को बंद करने का निर्णय वापिस ले : डा. रमन घई

– गरीब जनता के बच्चों को शिक्षा से वंचित रखने की जा रही कोशिश
होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़ ) रिपोर्ट: गुरजीत सोनू। पंजाब सरकार द्वारा गत दिनों पंजाब में 800 प्राईमरी स्कूलों को बंद करने के आदेश आने के बाद प्रदेश की गरीब जनता सरकार के इस आदेश से अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रही है। उक्त विचार जिला भाजपा अध्यक्ष डा. रमन घई ने एक प्रैस विज्ञप्ति में कहा कि एक तरफ केंद्र सरकार ने शिक्षा के अधिकार का कानून लाकर देश के हर नागरिक को शिक्षित करने का प्रयास किया इसके बपरीत पंजाब सरकार ने होशियारपुर के 140 स्कूलों सहित पंजाब के कुल 800 स्कूलों को बंद करने का निर्णय गरीब जनता के बच्चों की शिक्षा पर एक गहरा आधात है जिसकी भाजपा कड़े शब्दों में निंदा करती है।

Advertisements

उन्होंने कहा कि इन स्कूलों में जो प्रदेश के बच्चे अपनी शिक्षा ले रहे है वह ज्यादातर मध्य वर्ग व गरीब वर्ग से संबंध रखते है। उन्होंने कहा कि सरकार का यह निर्णय निजी क्षेत्र के स्कूलों को सीधा लाभ पहुंचाने वाला निर्णय है तथा इस निर्णय से गरीब व मध्य वर्ग के परिवारों के बहुत से बच्चे शिक्षा से वंचित रह जाएगे। उन्होंने कहा कि अगर सरकार गरीब व मध्य वर्ग के लोगों के बच्चों की शिक्षा की बेहतरी के लिए कोई ठोस नीति नहीं बना सकती तो उसको प्रदेश के गरीब बच्चों के भविष्य से खेलने का भी कोई अधिकार नहीं है।

उन्होंने मुख्यमंत्री पंजाब कैप्टन अमरेंद्र सिंह से मांग की कि पंजाब सरकार के इन 800 स्कूलों को बंद करने के निर्णय पर पुन: विचार करते हुए इसे वापिस ले तथा पंजाब में चल रहे प्राईमरी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए कोई ठोस नीति प्रदेश में लेकर आएं। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने अपने इस निर्णय पर पुन: विचार कर इसे वापिस नहीं लिया तो भाजपा गरीब बच्चों की शिक्षा का हनन किसी किस्म पर नहीं होने देगी तथा इस संबंधी जो भी आंदोलन जिला के साथ-साथ प्रदेश में होगा भाजपा उसमें अपना अहम रोल अदा करेगी ताकि किसी गरीब का बच्चा शिक्षा से प्रदेश में वंचित न रहे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here