पुलिस ने आई. एस. आई. की हिमायत प्राप्त ड्रोन आधारित के. टी. एफ. आतंकवादी माड्यूल का किया पर्दाफाश, दो ऑपरेटिव काबू

चंडीगढ़/ रूपनगर (द स्टैलर न्यूज़)। मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिशा-निर्देशों पर समाज विरोधी तत्वों के विरुद्ध शुरू की गई निर्णायक जंग के अंतर्गत रूपनगर पुलिस ने इंटर सर्विसिज इंटेलिजेंस ( आई. ऐस्स. आई.) की हिमायत प्राप्त ड्रोन आधारित खालिस्तान टाइगर फोर्स ( के. टी. ऐफ्फ.) आतंकवादी माड्यूल के दो गुर्गों को चमकौर साहिब क्षेत्र से गिरफ्तार करके गिरोह को बड़ा झटका दिया है। यह जानकारी देते हुये आज डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस ( डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने बताया कि दहशती माड्यूल कैनेडा- आधारित आतंकवादी/ गैंगस्टर अरशदीप सिंह उर्फ अरस डाला द्वारा चलाया जा रहा है, जो के. टी. एफ. के कैनेडा स्थित प्रमुख हरदीप सिंह निझ्झर का नज़दीकी साथी है।
उन्होंने बताया कि पकड़े गए व्यक्तियों की पहचान वीजा सिंह उर्फ गगन उर्फ गग्गू निवासी गाँव चन्द नवां मोगा और रणजोध सिंह उर्फ ज्योति निवासी गाँव गंजी गुलाब सिंह वाला मोगा के तौर पर हुई है। पुलिस ने इनके पास से दो नाजायज हथियार एक .22 बोर का रिवाल्वर और  .32 बोर का पिस्तौल समते 21 जिंदा कारतूस भी बरामद किये हैं। यह कार्यवाही, फिऱोज़पुर पुलिस की तरफ से फिऱोज़पुर के गाँव आरिफके धान के खेतों से एक आधुनिक एके- 47 असाल्ट राइफल समेत दो मैगजीनें और 60 जिंदा कारतूस बरामद किये जाने से 4 दिन बाद अमल में लाई गई है। जांच से पता लगा है कि यह खेप आतंकवादी/ गैंगस्टर अरश डाला के निर्देशों पर ड्रोन का प्रयोग करके फेंकी गई थी और इसको गाँव आरिफके से वीजा सिंह और रणजोध सिंह ने प्राप्त करना था।
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि फिऱोज़पुर से हथियारों की बरामदगी के बाद मुलजिमों को पकडऩे के लिए राज्य भर में ख़ुफिय़ा एजेंसी के नेतृत्व में मुहिम चलाई गई थी और पुख़्ता सूचना के आधार पर रूपनगर पुलिस ने शनिवार और रविवार की बीच का रात चमकौर साहिब क्षेत्र से दोनों मुलजिमों को काबू किया। उन्होंने बताया कि प्राथमिक पूछताछ के दौरान काबू किये व्यक्तियों ने कबूल किया है कि वह आतंकवादी/ गैंगस्टर अरश डाला के निर्देशों पर यह खेप बरामद करने के लिए गाँव आरिफके गए थे परन्तु असफल रहे और बाद में खेत के मालिक की सूचना के आधार पर फिऱोज़पुर पुलिस की तरफ से इस खेप को बरामद कर लिया गया।
डीजीपी ने कहा, ‘‘दोनों मुलजिमों ने यह कबूला है कि कैनेडा-आधारित आतंकवादी/ गैंगस्टर अरश डाला की तरफ से बताए ख़ास टिकानों पर आगे पहुँचाने के लिए कुछ ड्रोन- आधारित हथियारों की खेपें, जिनका प्रयोग सांप्रदायिक सदभावना को भंग करन के लिए सुनियोजित कत्ल के लिए किया जाना था।’’ सीनियर कप्तान पुलिस ( एसएसपी) रूपनगर सन्दीप गर्ग ने बताया कि इस मामले की जांच जारी है और जल्दी ही और गिरफ्तारियों की उम्मीद है। इसी दौरान थाना चमकौर साहिब में भारतीय दंडवली ( आई. पी. सी.) की धारा ए और हथियार एक्ट की धारा 25 के अंतर्गत तारीख़ 2. 10. 22 को एफआईआर नंबर 74 दर्ज की गई है।
कैनेडा स्थित अरश डाला, मोगा के गाँव डाला का मूल निवासी, पंजाब और विदेषों में अलग- अलग अपराधिक गतिविधियों में शामिल एक खूँखार गैंगस्टर / आतंकवादी है और पंजाब पुलिस को मोस्ट वांटेड है। उसकी षमूलियत पंजाब के सरहदी राज्य में घटीं अलग-अलग सुनियोजित कत्लों़ (टारगेट कत्ल) में भी सामने आई थी। इसके इलावा, पाकिस्तान से आयात किये आरडीएक्स, आईईडीज, एके- 47 और अन्य हथियारों और गोला-बारूद को राज्य में आतंकवादी माड्यूलों को सप्लाई करने के मामलों में भी शामिल था। डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि अरश डाला की कैनेडा से प्रत्यर्पण के लिए प्रक्रिया जारी है और जल्द ही उसे भारत लाया जायेगा। जि़क्रयोग्य है कि अरश डाला के विरुद्ध रैड्ड कार्नर नोटिस मई 2022 को जारी किया जा चुका है।

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