चंडीगढ़ (द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय द्वारा दो नेताओं डा. कुमार विश्वास और तजिंदर बग्गा को क्लीन चिट देना तथा उनके विरुद्ध दर्ज एफआईआर को रद्द करने के साथ-साथ आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को सत्ता के दुरुपयोग के लिए फटकार लगाई जाना एक कड़ा संदेश है। कोर्ट ने आम आदमी पार्टी को बदलाखोरी की राजनीति से दूर रहने को कहा है।
यह विचार सीएलपी उपनेता और हलका चब्बेवाल से विधायक डॉ. राज कुमार ने व्यक्त किए और कहा कि अदालत ने एक बहुत ही उपयुक्त बयान दिया है कि चुनाव करने एवं अपनी बात कहने की स्वतंत्रता के बिना कोई लोकतंत्र नहीं हो सकता। केवल विरोधी विचारधारा को भडक़ाऊ बयान देने, दुश्मनी भडक़ाने और आपराधिक धमकी देने के रूप में नहीं माना जा सकता। वह भी उस व्यक्ति के लिए जो पंजाब का मूल निवासी भी नहीं है और दोषी भी नहीं था। फिर पंजाब के मुख्यमंत्री या पंजाब पुलिस ऐसी कार्रवाई कैसे कर सकती है? डॉ. राज ने आरोप लगाया कि पंजाब की आप सरकार कई विपक्षी नेताओं के साथ बदलाखोरी की राजनीति कर रही है और ऐसे मामलों में अदालत में उनके साथ भी ऐसा ही होगा। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि भगवंत मान को हाईकोर्ट में हुई शर्मिंदगी से सबक लेना चाहिए और आप सुप्रीमो की कठपुतली बनना बंद कर देना चाहिए।