होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब के लगभग पचास हजार कर्मचारी ठेके पर काम कर रहे हैं। आउटसोर्सिंग की चक्की में पिस रहे हैं। उनकी आधी जवानी नौकरी पक्की होने की प्रतीक्षा में ही बीत चुकी है। आगे क्या मिलेगा पता नहीं। उक्त बात भाजपा नेता व पूर्व मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने करते हुए कहा कि 2012 में बादल सरकार ने जाते जाते कर्मचारियों को दीवाली के गफ्फे देने की घोषणा कर दी, लेकिन बाद में उनके आश्वासनों के गुब्बारे की पूरी तरह हवा निकल गई। फिर यही काम अमरिंदर सिंह जी ने किया और उनके जाने के बाद टेम्परेरी मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी ने तो कमाल कर दिया।
कर्मचारियों के हाथ में तो कुछ नहीं दिया, लेकिन अपने हाथ में फोटो के साथ झूठ लिखकर चौक चौराहों में लगा दिए कि छत्तीस हजार कर्मचारी पक्के किए। पिछली सरकारों ने कर्मचारियों के साथ धोखा किया। जले पर नमक यह कि ठेके पर काम करते कर्मचारियों के वेतन से भी 200 रुपया महीना प्रोफेशनल टेक्स के नाम पर काटते रहे। अब भगवंत मान सरकार से यह निवेदन है कि यह दीवाली कर्मचारियों के लिए रोशनी वाली कर दें। जितने भी कर्मचारी ठेके की नौकरी पर हैं, आउटसोर्सिंग पर हैं उनको रेगुलर करें और जिनको किसी भी टेक्निकल कारण एकदम रेगुलर करना संभव नहीं उनका वेतन बढ़ाएं। यह भी याद रखें कि दिन रात सेवा करने वाले 108 एंबुलेंस के कर्मचारियों को भी सरकार ने कोई लाभ देना है। वेतन बए़ाएं और उनके काम के घंटे तथा छुट्टी लेबर लॉ के मुताबिक करें।