विजीलैंस ने नकली दस्तावेज़ों के साथ सरकारी नौकरी लगवाने के बदले 15,000 रिश्वत लेता प्राईवेट व्यक्ति किया काबू

चंडीगढ़, 14 फरवरी: पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने राज्य में भ्रष्टाचार को जड़ से ख़त्म करने के मकसद से एक प्राईवेट व्यक्ति सन्दीप सिंह विर्क, निवासी गाँव नयागाँव, जि़ला एस.ए.एस. नगर को 15,000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू किया है। स्थानीय अदालत ने मुलजि़म का दो दिनों का पुलिस रिमांड दे दिया है, जिस दौरान उससे और पूछताछ की जाएगी।  

Advertisements

इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि उपरोक्त दोषी ने शिकायतकर्ता साबर ख़ान निवासी हंडिआयआ, जि़ला बरनाला को झूठा दावा किया है कि उसकी पंजाब के मुख्यमंत्री कार्यालय (सी.एम.ओ.) तक पहुँच है और वह उसे विशेष कोटे के अंतर्गत सी.एम.ओ. में निजी अधिकारी के तौर पर भर्ती करवा देगा, जिसके लिए नौकरी के बदले उसे 6 लाख रुपए की रिश्वत/खर्चा देना पड़ेगा।  
उन्होंने आगे बताया कि शिकायतकर्ता ने विजीलैंस ब्यूरो को बताया कि दोषी पहले ही उसके पास से इसी काम के बदले 15,000 रुपए ले चुका है और अब फ़ाईल/केस पर दस्तख़त करवाने और आगे सम्बन्धित अधिकारी से मंज़ूरी दिलाने के लिए और 25,000 रुपए की माँग कर रहा है। प्राथमिक तफ्तीश के उपरांत विजीलैंस ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाकर मुलजि़म सन्दीप सिंह को दो सरकारी गवाहों की हाजिऱी में शिकायतकर्ता से 15,000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू कर लिया। जाँच के दौरान यह बात सामने आई है कि उपरोक्त दोषी सन्दीप सिंह ने शिकायतकर्ता को उसकी भर्ती संबंधी यकीन दिलाने के लिए नकली नियुक्ति पत्र और अन्य सम्बन्धित दस्तावेज़ों पर दस्तख़त करवाने के लिए शिकायतकर्ता को अपने विश्वास में लिया था।  

प्रवक्ता ने आगे बताया कि सन्दीप सिंह के खि़लाफ़ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7-ए के तहत एफ.आई.आर. नंबर 8 तारीख़ 13-02-2013 के तहत विजीलैंस ब्यूरो, उडन दस्ता, पंजाब, एस.ए.एस. नगर में मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने आगे कहा कि दोषी के काम करने के ढंग का पर्दाफाश करने और किसी अन्य प्राइवेट/सरकारी कर्मचारियों समेत उसके साथियों की शमूलियत का पता लगाने के लिए आगे की जाँच जारी है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here