सनातन धर्म शाश्वत है, नित्य है: महंत रमेश दास

दातारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। दातारपुर के सतगुरु बाबा लाल दयाल आश्रम में हिंदू सनातन महासंघ की बैठक महामंडलेश्वर महंत रमेश दास जी महाराज की अध्यक्षता में आयोजित की गई बैठक महासंघ के अध्यक्ष प्रदीप पलाहा के दिशा निर्देशन में संपन्न हुई बैठक में उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए महंत दास जी ने कहा सनातन धर्म शाश्वत है नित्य है-और जब इस धरती पर सूर्य की पहली किरण पड़ी होगी तभी से अस्तित्व में है और जब तक इस ब्रह्माण्ड में सूर्य चांद चमकते रहेंगे तब तक सनातन धर्म का अस्तित्व रहेगा उन्होंने कहा सनातन धर्म के सिद्धांत हमारे ऋषियों मुनियों ने प्रतीपादित किए हैं जो कि समूची मानवता के लिए पथ प्रदर्शक हैं

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 महंत जी ने कहा सत्य दो धातुओं से मिलकर बना है सत् और तत्। सत का अर्थ यह और तत का अर्थ वह। दोनों ही सत्य है। अहं ब्रह्मास्मी और तत्वमसि। अर्थात मैं ही ब्रह्म हूँ और तुम ही ब्रह्म हो। यह संपूर्ण जगत ब्रह्ममय है। ब्रह्म पूर्ण है। यह जगत् भी पूर्ण है। पूर्ण जगत् की उत्पत्ति पूर्ण ब्रह्म से हुई है। पूर्ण ब्रह्म से पूर्ण जगत् की उत्पत्ति होने पर भी ब्रह्म की पूर्णता में कोई न्यूनता नहीं आती। वह शेष रूप में भी पूर्ण ही रहता है। यही सनातन सत्य है।

इस अवसर पर महासंघ के अध्यक्ष प्रदीप पलाहा ने कहा कि सनातन में आधुनिक और समसामयिक चुनौतियों का सामना करने के लिए इसमें समय समय पर बदलाव होते रहे हैं, जैसे कि राजा राम मोहन राय, स्वामी दयानंद, स्वामी विवेकानंद आदि ने सती प्रथा, बाल विवाह, अस्पृश्यता जैसे असुविधाजनक परंपरागत कुरीतियों से असहज महसूस करते रहे।

इन कुरीतियों की जड़ो (धर्मशास्त्रो) में मौजूद उन श्लोको -मंत्रो को “क्षेपक” कहा या फिर इनके अर्थो को बदला और इन्हें त्याज्य घोषित किया तो कई पुरानी परम्पराओं का पुनरुद्धार किया जैसे विधवा विवाह, स्त्री शिक्षा आदि। यद्यपि आज सनातन का पर्याय हिन्दू है पर बौद्ध, जैन धर्मावलम्बी भी अपने आप को सनातनी कहते हैं, क्योंकि बुद्ध भी अपने को सनातनी कहते हैं। यहाँ तक कि नास्तिक जोकि चार्वाक दर्शन को मानते हैं वह भी सनातनी हैं। सनातन धर्मी के लिए किसी विशिष्ट पद्धति, कर्मकांड, वेशभूषा को मानना जरुरी नहीं। बस वह सनातनधर्मी परिवार में जन्मा हो, वेदांत, मीमांसा, चार्वाक, जैन, बौद्ध, आदि किसी भी दर्शन को मानता हो बस उसके सनातनी होने के लिए पर्याप्त है।

इस अवसर पर पलाहा ने कहा कि महासंघ इक्कीस मार्च को सुबह दस बजे विशेष चेतना  जागरूकता यात्रा का आयोजन करेगा इस अवसर पर रवि शास्त्री, सुनील सहगल, अंकित राणा, एडवोकेट रोहित स्वराज, अमित ठाकुर, सरपंच रदनीश, सुनील लाटू, संजीव ठाकुर,रजत शर्मा, अंकुश तथा अन्य उपस्थित थे

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