वृक्षारोपण कर लें प्रकृति की रक्षा का संकल्प, इसी के द्वारा हो सकता है पृथ्वी का कायाकल्प: स्वामी विज्ञानानन्द

होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़)। “दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान” की ओर से स्थानीय भगवान परशुराम म्युनिसिपल पार्क में आयोजित विलक्षण योग शिविर के अंतिम दिवस विशेष रूप से पृथ्वी दिवस के उपलक्ष्य में आज संस्थान की ओर से “श्री आशुतोष महाराज जी” के शिष्य  स्वामी विज्ञानानंद जी ने बताया कि सृष्टि का सिरमौर कहे जाने वाले “मानव” द्वारा आधुनिकतावाद और विकासवाद की अंधी दौड़ में प्राकृतिक संसाधनों का अंधाधुंध दोहन हो रहा है।

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जिसमें वनस्पति जगत पतन के कागार पर है। पर्यावरण में बढ़ते प्रदूषण की वजह से वृक्षारोपण की आवश्यकता इन दिनों अधिक हो गई है। वृक्षारोपण से तात्पर्य वृक्षों के विकास के लिए पौधों को लगाना और हरियाली को फैलाना है। वृक्षारोपण महत्वपूर्ण क्यों है इसके पीछे कई कारण हैं। मुख्य कारणों में से एक कारण यह है कि वृक्ष जीवन-प्रदान करने वाली ऑक्सीजन प्रदान करते हैं जिसके बिना मानव जाति का अस्तित्व असंभव है।
स्वामी जी के अनुसार एक प्रसिद्ध कहावत इस प्रकार है, “कल्पना कीजिए कि अगर पेड़ वाईफाई सिग्नल देते तो हम कितने सारे पेड़ लगाते, शायद हम ग्रह को बचाते। बहुत दुख की बात है कि वे केवल ऑक्सीजन का सृजन करते हैं”। कितना दुखद है कि हम प्रौद्योगिकी के इतने आदी हो गए हैं कि हम अपने पर्यावरण पर होने वाले हानिकारक प्रभावों की अनदेखी करते हैं। न केवल प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल प्रकृति को नष्ट कर रहा है बल्कि यह हमें उससे अलग भी कर रहा है।  अगर हम वास्तव में जीवित रहना चाहते हैं और अच्छे जीवनयापन करना चाहते हैं तो अधिक से अधिक पेड़ लगाए जाने चाहिए।

ऑक्सीजन लेने और कार्बन डाइऑक्साइड को छोड़ने के अलावा पेड़ पर्यावरण से अन्य हानिकारक गैसों को अवशोषित करते हैं जिससे वायु शुद्ध और ताज़ी बनती है। जितने हरे-भरे पेड़ होंगे उतना अधिक ऑक्सीजन का उत्पादन होगा और अधिक विषैली गैसों को यह अवशोषित करेंगे। प्रदूषण का स्तर इन दिनों बहुत अधिक बढ़ रहा है। इससे लड़ने का एकमात्र तरीका अधिक से अधिक पेड़ लगाना है।              
भूमिगत जल संसाधनों के विकास पर भी बल देते हुए स्वामी जी ने उपस्थित जन समूह को अपने भारत की पवित्र नदियों की स्वच्छता व जल संरक्षण की प्रेरणा देते हुए अधिक से अधिक पौधारोपण करने की प्रेरणा दी। क्योंकि हरीतिमा होगी तो जल संसाधनों का विकास भी चरम होगा। शुद्ध वायु और भूमिगत जल संसाधनों के विकास पर बल देते हुए स्वामी जी ने उपस्थित जन समूह को अधिक से अधिक पौधरोपण करने की प्रेरणा दी।      
इसी तथ्य की शिलापट पर आज संस्थान की ओर से उपस्थित जन समूह को अत्यधिक ऑक्सीजन प्रदायक व उचित गुणवत्ता वाले पौधे  वितरित किये गए। साथ ही स्वामी जी ने पार्षद अशोक मेहरा, गौतम नगर डेवेलपमेंट सोसाइटी के प्रधान अशोक शर्मा, कैप्टन गोविंद जसवाल, जगजीत सिंह गिल व तिलक राज गुप्ता ओर महानुभाव  के साथ मिलकर पार्क परिसर में पौधे भी लगाए। स्वामी जी ने आज उपस्थित योग साधकों को सूर्य नमस्कार का अभ्यास करवा इसके स्वास्थ्य सम्बंधित लाभों से अवगत भी करवाया।   ध्यान देने योग्य है की संस्थान द्वारा पर्यावरण विकास की ओर उन्मुख अपने “संरक्षण” प्रकल्प के अंतर्गत अधिक से अधिक पौधे लगा कर उनका संरक्षण भी किया जाता है। इसी के साथ कार्यक्रम के अंत में सभी प्रकृति प्रेमियों ने जल संसाधनों के संरक्षण और संवर्धन, पौधरोपण करने, सम्पूर्ण वनस्पति जगत के विकास करने व स्वच्छ भारत का निर्माण करने का सामूहिक संकल्प भी लिया।

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