होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। सरकारी सीनियर सेकैडरी स्कूल अज्जोवाल में स्कूल इंचार्ज स्टेट अवार्डी लेक्चरर शरणदीप कौर की अध्यक्षता में हॉकी के जादूगर ध्यानचंद का जन्मदिन खेल दिवस के रूप में मनाया गया। इस मौके पर लड़के ब लड़कियों के हॉकी के मैच करवाए गए। जिसमें लेक्चरर संदीप कुमार सूद विशेष तौर पर उपस्थित हुए तथा उन्होंने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया। इस मौके पर लेक्चरर शरणदीप कौर ने कहा कि मेजर ध्यान चंद 16 साल की उम्र में पंजाब रेजीमेंट में सिपाही के तौर पर भर्ती हुए। इसके बाद उन्होंने और भी अच्छे तरीके से हॉकी को खेलना शुरू किया।
उनके कोच ने उनके खेल को देखते हुए भविष्यवाणी की थी कि एक दिन यह खिलाड़ी पूरी दुनिया में अपना नाम रोशन करेगा। 1926 में न्यूजीलैंड में होने वाले टूर्नामेंट में उनको चुना गया। जहां एक मैच के दौरान भारतीय हॉकी टीम ने 20 गोल कर दिए। जिसमें 10 गोल तो अकेले मेजर ध्यान चंद ने ही किए थे। इस टूर्नामेंट के दौरान 192 गोल हुए जिनमें से 100 अकेले मेजर ध्यानचंद ने किए थे। मेजर ध्यानचंद ने भारत को ओलंपिक में तीन बार स्वर्ण पदक दिलाया। हिटलर भी ध्यान चंद की खेल से बहुत प्रभावित हुआ। वह उनसे जल्दी मिलना चाहता था। भारतीय टीम को सम्मान देने के लिए वह मंच पर पहुंचा तो हिटलर ने उन्हें मेडल पहनाया तथा उन्हें जर्मन आने का न्योता दिया।
जिस पर मेजर ध्यानचंद ने कहा कि भारत मेरा देश है वह मेरी मातृभूमि है तथा मैं हमेशा भारत के लिए ही खेलूंगा। हॉकी के जादूगर की बात सुनकर हिटलर बहुत प्रभावित हुआ। इस मौके पर बच्चों ने मेजर ध्यानचंद के खेल को याद करते हुए कड़ी मेहनत के साथ आगे बढ़ने का प्रण लेते हुए कहा कि हॉकी के क्षेत्र में भारत फिर से अपने स्वर्णिम काल की ओर अगरसर होगा। इस मौके पर हरमीत कौर, रजनीश, बबनीत कौर, अर्चना, सुकृति कश्यप, रणजीत कौर, किशोर लाल, मनीष कुमार तथा चरणजीत सिंह भी उपस्थित थे। के तौर पर भर्ती हुए। इसके बाद उन्होंने और भी अच्छे तरीके से हॉकी को खेलना शुरू किया।उनके कोच ने उनके खेल को देखते हुए भविष्यवाणी की थीरसर होगा। इस मौके पर हरमीत कौर, रजनीश, बबनीत कौर, अर्चना, सुकृति कश्यप, रणजीत कौर, किशोर लाल, मनीष कुमार तथा चरणजीत सिंह भी उपस्थित थे।