होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। शिव सेना के नाम पर दुकानदारी चलाने वालों के खिलाफ जल्द ही मोर्चा खोला जाएगा ताकि शिव सेना के नाम पर लोगों को गुमराह करके अपनी दुकानदारी चलाने वालों की सच्चाई सबके सामने आ सके। पंजाब में एक मात्र रजिस्टर्ड शिव सेना है और वह है शिव सेना पंजाब, जोकि सनातन धर्म की रक्षा और हिन्दु समाज की सुरक्षा के लिए सदैव तत्पर रहती है। पंजाब में हिन्दू-सिख एकता को नुकसान पहुंचाने के लिए जो ताकतें सक्रिय हो रही हैं वह सरकार की नाकामी का ही नतीजा है तथा सरकार को समय रहते समाज विरोधी ताकतों पर नकेल कस कर माहौल को शांतमयी बनाए रखने में अपनी भूमिका अदा करनी चाहिए। उक्त बात शिव सेना पंजाब के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव धनौली ने पत्रकारों के साथ बातचीत में कही।
श्री धनौली अपनी टीम के साथ होशियारपुर में नई सोच के संस्थापक अध्यक्ष अश्विनी गैंद को सम्मानित करने पहुंचे थे।
इस दौरान उत्तरी भारत प्रमुख जय गोपाल लाली, उत्तरी भारत चेयरमैन सतीश महाजन, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बलदेव भारद्वाज, पंजाब चेयरमैन सुधीर सूरी, सचिव बंटी योगी, नवांशहर अध्यक्ष डा. जसविंदर आदि भी उनके साथ मौजूद थे।
इस अवसर पर जय गोपाल लाली ने कहा कि शिव सेना पंजाब हिन्दुत्व के लिए काम करती आ रही है तथा जो बाहर की शिव सेनाएं हैं उनका प्रदेश के हिन्दुओं के लिए कोई योगदान नहीं है बल्कि वह एकाध राज्य में सिमटी हुई हैं तथा उनका कोई भी बड़ा नेता आजतक पंजाब नहीं आया। बल्कि उस समय भी नहीं जब यहां पर आतंकवाद का जोर था। धर्म की रक्षा के लिए शिव सेना पंजाब ने सदैव झंडा उठाया है तथा ये न ही आजतक किसी सरकार से डरी है और न ही डरेगी।
लाली ने कहा कि मौजूदा समय में सरकार 2020 रैफरैंडम पर पूरी तरह से नकेल नहीं डाल रही, जिस कारण विदेशी धरती पर बैठे कुछ लोग पंजाब का माहौल खराब करना चाहते हैं। मान ग्रुप द्वारा फतेहगढ़ साहिब में आपत्तिजनक सामग्री को बांटा जाना पंजाब के माहौल को पुन: गर्माने के लिए षड्यंत्र रचे जा रहे हैं। सरकार को बेअंत सिंह सरकार की तरह पूरी तरह से संजीदा होना होगा तथा असामाजिक गतिविधियों पर नकेल कसने के लिए के.पी.एस.गिल जैसे महान व्यक्तित्व वाले किसी अधिकारी को कमान सौंपनी होगी। पुलिस को आतंकवाद व आतंकवाद को बढ़ावा देने वाली ताकतों की कमर तोडऩे के पूरे अख्तियार देने चाहिए। लाली ने कहा कि अकालियों के समय में खालीस्तान समर्थकों के हौंसलों का बुलंद होना बेहद शर्मनाक है, परन्तु प्रदेश की जनता शांति चाहती है और इसीलिए जनता ने अकालियों को उखाड़ फेंका है।
इस दौरान नेताओं ने कहा कि दिल्ली दंगा पीडि़तों को तो मुआवजा दे दिया गया, मगर जो लोग पंजाब में मारे गए उनकी बात कोई नहीं करता। मगर, शिव सेना पंजाब इस मांग को लेकर भी प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म के लिए काम करने वालों और गौसेवा के पथ पर अग्रसर संस्थाओं व व्यक्ति को शिव सेना पंजाब सम्मानित करेगी और उनके हर सुख-दुख में कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी रहेगी।