


होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। धोबीघाट चौक से बस्सी गुलाम हुसैन बजवाड़ा बाईपास मार्ग पर पड़े गड्ढे जहां पीडब्ल्यूडी विभाग की उदासीनता को जाहिर कर रहे हैं वहीं रोजाना कई लोग इनका शिकार होकर चोटिल हो रहे हैं। इस मार्ग पर आए दिन लोग हादसों का शिकार हो रहे हैं और विभाग को न तो गड्ढे भरने की फुरसत है और न ही चेतावनी बोर्ड आदि लगाने का समय है, जिसका दंश आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है।

ताजा घटना में गत रात्रि करीब साढे 7 बजे सोनालीका में कार्यरत एक युवक का एक्टिवा गड्ढे में फंसने से वह गिर गया और बुरी तरह से घायल हो गया। भगवान का शुक्र रहा कि पीछे से कोई कार या ट्रक आदि नहीं आ रहा था, अन्यथा कोई बड़ी घटना भी घट सकती थी। गंभीर घायल को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां पर उसका इलाज जारी है।
जानकारी अनुसार उक्त मार्ग पर भाजपा नेता संजीव तलवाड़ के कार्यालय से कुछ दूरी पर सड़क पर एक गड्ढा बना हुआ है तथा वह दोपहिया वाहन चालकों के लिए किसी काल से कम नहीं, क्योंकि गड्ढा लंबा एवं गहरा होने के कारण दोपहिया वाहन चालक अकसर ही उसकी चपेट में आ जाते हैं और चोटिल होते हैं। गत रात्रि परमिंदर सिंह सोनालीका में ड्यूटी खत्म करके बजवाड़ा स्थित अपने घर जा रहा था तथा जब वह उक्त स्थान पर पहुंचा तो उसका एक्टिवा गड्ढे में पड़ने के कारण गिर गया और परमिंदर बुरी तरह से घायल हो गया। इस दौरान एक्टिवा गिरने की आवाज सुनकर वहां से गुजर रहे एक व्यक्ति ने मोटरसाइकिल रोका व मौके पर मौजूद संजीव तलवाड़ के एक वर्कर एवं मोहल्ले की औरत ने घायल परमिंदर को तुरंत भागकर उठाया और उसे ढांढस बंधाते हुए उसे पानी व दूध आदि पिलाया।
इसी बीच सूचना मिलने पर संजीव तलवाड़ भी मौके पर पहुंच गए थे और उन्होंने पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा गड्ढा न भरे जाने पर नाराजगी प्रकट करते हुए बताया कि उन्होंने इस संबंधी कई बार विभाग के अधिकारियों को चेताया, लेकिन दुख की बात है कि किसी ने भी इस समस्या को गंभीरता से लेना जरुरी नहीं समझा। इसी बीच सूचना दिए जाने पर परमिंदर के माता-पिता एवं उनके मामा एडवोकेट धरमिंदर दादरा भी मौके पर पहुंच गए थे। उन्होंने परमिंदर कौ गाड़ी में बिठाया और एक निजी अस्पताल ले गए। श्री दादरा ने बताया कि परमिंदर के टांग एवं बाजू के अलावा छाती व शरीर के कुछ अन्य भागों में चोटें आईं हैं व कुछ अंदरुनी चोटों के कारण उसे काफी दर्द हो रहा है, जिसका इलाज जाती है। उन्होंने पीडब्ल्यूडी विभाग की उदासीन एवं गैरजिम्मेदाराना कार्यप्रणाली पर कड़ा रुख अख्तियार करते हुए कहा कि अगर विभाग ने जल्द से जस्द उक्त मार्ग पर पड़े गड्ढे न भरे तो वह सभी अधिकारियों को अदालत में घसीटेंगे ताकि उन्हें पता चले कि लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करना कितना गलत है। उन्होंने कहा कि आज उनका भाणजा हादसे का शिकार हुआ है और कल को किसी की जान जाती है तो क्या विभाग के अधिकारी इसकी जिम्मेदारी लेंगे।
दूसरी तरफ समस्या की गंभीरता को देखते हुए श्री तलवाड़ ने अपनी तरफ से सीमेंट एवं बजरी मंगवाकर गड्ढे को फौरी तौर पर भरवा दिया था, ताकि कोई और गड्ढे के कारण हादसे का शिकार न हो।