हमीरपुर (द स्टैलर न्यूज़), रजनीश शर्मा । प्रारंभिक देखभाल और शिक्षा कार्यक्रम में सभी बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य जांच प्रत्येक स्कूल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जिसमें स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम एक अकेला ऐसा कार्यक्रम है जो बच्चों के जीवन की समग्र गुणवत्ता को ऊपर उठाने के लिए कार्य कर रहा है और उन्हें अपनी सम्पूर्ण क्षमता को पाने योग्य बनाने के लिए प्रयासरत है।
इसी कड़ी में राजकीय (उत्कृष्ट) वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टौणी देवी में स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया गया । इस दौरान चिकित्सक डॉ. रमन कान्त , डॉ. नीतिका ने अपने सहयोगियों के साथ विद्यालय के 330 विद्यार्थियों की स्वास्थ्य जांच की। चिकित्सक व उनकी टीम ने एक-एक बच्चे की कान, आंख, नाक, तालू, स्किन हीमोग्लोबिन आदि की बारीकी से जांच की। सभी बच्चों का वजन व लंबाई का भी सूची बनाई। इस दौरान उन्होंने बच्चों से कहा कि स्वच्छ रहने से मनुष्य कई बीमारियों से बच सकता है। सभी अपने शरीर की सफाई पर विशेष ध्यान दें। भोजन के पूर्व व बाद में हाथ धोएं। नियमित स्नान करें।उन्होंने कहा कि बच्चे छोटी उम्र से ही अच्छी आदतों को डालें। खेल को भी अपने जीवन का हिस्सा सभी विद्यार्थी बनाएं। इसके अलावा स्काउट गाइड द्वारा चलाये जा रहे निश्चय प्रोजेक्ट के अंतर्गत भी बच्चों को नशे के दुष्परिणामों पर जागरूक किया गया
यह जानकारी देते हुए प्रधानाचार्य रजनीश रांगड़ा ने बताया कि किसी बच्चे की स्वास्थ्य स्थिति मूल्यांकन में अच्छा प्रदर्शन करने की उसकी क्षमता को प्रभावित कर सकती है। बच्चे के परिवार का स्वास्थ्य और कल्याण भी उसके प्रदर्शन को प्रभावित कर सकता है। एक भूखा या थका हुआ बच्चा मूल्यांकन किए जा रहे कार्य पर ध्यान केंद्रित करने में सक्षम नहीं हो सकता है। इसलिए ऐसे में स्वास्थ्य जांच शिविर के माध्यम से उनके स्वास्थ्य में न केवल सुधार आएगा अपितु वे पढ़ाई में भी अच्छा करेंगे इस अवसर पर स्कूल नोडल अधिकारी हेम लाल ,सोनिया चौहान स्काउट मास्टर सतीश,मनोज ,गाइड कैप्टेन कुसुम लता,कविता सहित अन्य अध्यापक उपस्थित रहे