जाति बंधन से मुक्त भारत ही बनेगा विश्व विजेता: संत गुरदीप गिरि

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: गुरजीत सोनू। उन्नत देशों का अगर विशलेषण किया जाए, तो भारत के मुकाबले उन देशों में न तो जलवायु है, न वनस्पति, न मौसम और न ही वातावरण। उन की तरक्की का केवल एक ही कारण है कि वो जाति बन्धनों से मुक्त हैं। उपरोक्त शब्द सन्त गुरदीप गिरि जी ने भारत गौरव संस्था दवारा श्री गुरू रविदास महांराज जी के 641वें प्रकाश पर्व पर करवाए गए सैमीनार को संबोधित करते हुए कहे। उन्होने कहा कि भारत का आज हर इंसान किसी न किसी तरह की गुलामी का शिकार है। इसी कारण आज भी हम मूलभूत सुविधाओं को प्राप्त करने के लिए प्रयत्न कर कर रहे हैं। सन्त गुरदीप गिरी जी ने कहा कि आधुनिक भारत में अगर तरक्की के शिखर को छूना है, तो श्री गुरू रविदास महांराज जी की शिक्षाओं को अपनाना ही होगा।

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इस मौके पर समरस्ता के लिए संविधान का रास्ता विषय पर संबोधित करते हुए केन्द्रीय यूनिवर्सिटी हिमाचल प्रदेश के वाईस चांसलर प्रो. कुलगीप अग्निी होत्री ने कहा कि बावा साहिब डा़ भीम राव अंबेदकर समस्त भारत वासियों के शुभचिंतक व नेता थे। उन्हे किसी विशेष जाति बंधन में बांध कर देखने से भारत की लोकतांत्रिक छवि में कमी आई है।

जातिवाद न होता तो देश गुलाम न होता: प्रो. अग्निहोत्री

उन्होने कहा कि श्री गुरू गोबिंद सिंह जी, गुरू रविदास जी, सन्त कबीर जी जैसे मंहापुरूषों ने समाज को जोडऩे की जो शिक्षा दीथी, उसी शिक्षा से प्रेरित हो कर सभी को बराबर का दर्जा देने की प्रकिर्या बावा साहिब ने संविधान में अपनाई। इस मौके पर भारत गौरव के प्रमुख श्री विजय सांपला ने मंच संचालन करते हुए सभी वक्ताओं व श्रोताओं का धन्यवाद किया।

 

इस मौके पर भा.ज.पा. के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व सांसद अविनाश राय खन्ना, यूथ डिवैलपमैंट बोर्ड, पंजाब के पूर्व सीनियर वाईस चेयरमैन संजीव तलवाड़, स. सोहन सिंह ठंडल, महिंद्र कौर जोश, देस राज धुग्गा, मेयर शिव सूद, साहिल सांपला, पार्षद नीति तलवाड़, मीनू सेठी, मलकीयत सिंह, धनी राम बंगा, स. हरदेव सिंह कौंसल सहित शहर की धार्मिक, सामाजिक व राजनीतिक संस्थाओं के प्रतिनिधि व अन्य गणमान्य भी उपस्थित थे।

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