होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। श्री नंद अन्नपूर्णा मंदिर चैरीटेबल सोसायटी की तरफ से मंदिर परिसर एकता नगर में आयोजित किए जा रहे श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ के नौंबें दिन आचार्य राजिंदर प्रसाद जी हरिद्वार वालों ने मंत्रोच्चारण के साथ हवन यज्ञ में आहुतियां डलवाईं।
सायं की सभा में कथा करते हुए अतुल कृष्ण शास्त्री ने भगवन्नाम संकीर्तन से कथा प्रारंभ की। इस मौके पर उन्होंने बताया कि कंस के अत्याचार जब बढ़ गए तो किस प्रकार भगवान ने उसके घर में जाकर उसका संघार किया। उन्होंने कहा कि धर्म की स्थापना हेतु भगवान सदैव धरती पर अवतरित होते हैं। इस दौरान उन्होंने पांडवों और कौरवों द्वारा जुआ खेलने दौरान द्रोपदी की लाज बचाने तथा महाभारत में पांडवों को धर्म की रक्षा एवं हक हेतु शस्त्र उठाने की शिक्षा प्रधान करने की कथा भी सुनाई। उन्होंने कहा कि भगवान अपने भक्त के सदैव आसपास ही रहते हैं और उसके एक बार बुलाने पर दौड़े चले आते हैं। मगर, हमारे बुलाने में बिदुर एवं द्रोपदी जैसा स्नेह और निस्वार्थ भाव का होना भी जरुरी है।
इस मौके पर पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद एवं मेयर शिव सूद ने विशेष तौर से पहुंच कर कथा में हाजिरी लगवाई। इस अवसर पर प्रधान रमेश अग्रवाल एवं महासचिव तरसेम मोदगिल ने बताया कि 26 फरवरी को दोपहर 1 बजे श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ की पूर्णाहुति डाली जाएगी और 27 फरवरी दिन मंगलवार को भंडारा आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जो लोग श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ में रोजाना व यजमान के रुप में उपस्थित होकर आहुति नहीं डाल सकते वे अगर पूर्णाहुति में नारियल की आहुति दें तो उन्हें पूर्ण यज्ञ का फल प्राप्त होता है ऐसा शास्त्रों में भी प्रमाणित है।
इस मौके पर सुषमा रमेश अग्रवाल, तरसेम मोदगिल, अशोक कुमार, राजीव शर्मा, सोवन सिंह, ठाकुर राम देव, ऊषा शर्मा, जगदीश, रामदेव यादव, यशपाल शर्मा, संजीव अरोड़ा, अश्विनी गैंद, जगदीश हरजाई, नील कमल मोदगिल, दविंदर वालिया (गुरु जी), विकास सिंगला, प्रेम लता, आशा भल्ला, इंद्रा रानी, रेवा पुरी, रेनू वर्मा, गोदनी, मधु, व आशा रानी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने कथा श्रवण की। आरती उपरांत भंडारा रुपी प्रसाद वितरण किया गया।